प्रदेश सरकार ने 17 सितंबर को प्रदेश के एक हजार स्थानों पर टीकाकरण करने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सभी जिलाधिकारियों व चिकित्साधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी अपने जिलों में कम से कम 25 स्थानों पर टीकाकरण कैंप लगाएंगे। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन व मजदूर बाहुल्य क्षेत्र में कैंप लगाकर आमजन को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं के साथ ही ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य दिसंबर तक शत प्रतिशत टीकाकरण कराना है।
स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कहा कि राज्य में कोरोना रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का शत प्रतिशत पालन कराना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में सभी जिलाधिकारियों ने टीकाकरण और संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए की गई तैयारियों के बारे में जानकारी दी। बैठक में सचिव स्वास्थ्य डा पंकज पांडेय, मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति डा हेमचंद्र, महानिदेशक स्वास्थ्य तृप्ति बहुगुणा व निदेशक सरोज नैथानी आदि उपस्थित थे।
अब घूम-घूमकर लगाया जा रहा टीका
दून में कोविड-टीकाकरणका ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। जिले में अब तक 97.31 फीसद आबादी (लक्षित) को वैक्सीन की प्रथम खुराक लग चुकी है। अभियान में और तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम अब लक्ष्य आधारित टीकाकरण कर रही है। जिसके तहत मजदूर, फल-सब्जी विक्रेता, लघु व्यापारी आदि का टीकाकरण किया जा रहा है। मोबाइल टीम की मदद से इन्हें टीका लगाया जा रहा है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. दिनेश चौहान ने बताया कि टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए मोबाइल टीम लगाई गई हैं। जिनमें एंबुलेंस, आटो आदि की मदद ली गई है। जिनमें डाक्टर व स्टाफ तैनात हैं। ये मोबाइल टीम अल सुबह उन क्षेत्रों में तैनात रहती है।