कोलकाता, राज्य ब्यूरो। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत बीएसएफ की 153वीं बटालियन के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 16 सोने के बिस्कुटों के साथ दो संदिग्ध तस्करों (ट्रक ड्राइवर और हेल्पर) को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि सोने का वजन 2239.910 ग्राम है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 1,07,51,568 रुपये है। सोने को शुक्रवार को उस वक्त जब्त किया गया जब बांग्लादेश में निर्यात का माल पहुंचा कर लौट रहे एक ट्रक के केबिन में छिपाकर तस्करी के उद्देश्य से सीमा चौकी घोजाडांगा, 153वीं वाहिनी के क्षेत्र से भारत लाने का प्रयास किया जा रहा था।
बयान के मुताबिक, 17 सितंबर की सुबह करीब 7:30 बजे एक खुफिया जानकारी के आधार पर सीमा चौकी घोजाडांगा के जवानों ने इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) घोजाडांगा में एक एंबुश लगाया। इस दौरान जवानों ने एक खाली ट्रक को बांग्लादेश से अनलोडिंग कर आते देखा, जिस पर खुफिया जानकारी के आधार पर संदेह था। जैसे ही ट्रक आइसीपी घोजाडांगा में पहुंचा तो जवानों ने ट्रक ड्राइवर और हेल्पर से पूछताछ की और संदिग्ध लगने पर ट्रक की अच्छे तरीके से तलाशी ली। इस दौरान ट्रक के केबिन से कपड़े में लिपटे तीन पैकेट बरामद हुए, जिसमें से 16 सोने के बिस्कुट मिले। इसके बाद ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को हिरासत में ले लिया गया और ट्रक और को भी जब्त कर लिया। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान कमल हसन सरदार (38), गांव- नकुआधा, पानीतर एवं रज्जाक डाली (76), गांव- इटिंडा, जिला–उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है।
प्रारंभिक पूछताछ के दौरान चालक कमल हसन सरदार ने बताया कि 16 सितंबर को वह ट्रक को आइसीपी घोजाडांगा (भारत) से भोमरा (बांग्लादेश) लेकर गया था जहां ट्रक को मिलन मठ पार्किंग में अनलोड किया था। उसने बताया कि घोजाडांगा के उत्तरपाड़ा गांव के रहने वाले रिपोन मंडल ने उसे बोला कि बांग्लादेश में मिठू गाज़ी उर्फ इब्राहिम नाम का व्यक्ति उसे कुछ पैकेट देगा, जिसे आते वक्त खाली ट्रक में लेकर आना था और आइसीपी घोजाडांगा पार करने के बाद इच्छामति पार्किंग में इसे रिपोन को देना था।
महज 1000 रुपये के लालच में ट्रक में छिपाकर ला रहा था सोना
कमल ने दावा किया कि पहले उसने यह काम करने के लिए मना कर दिया परंतु रिपोन मंडल ने उसे इस काम के लिए 1000 रुपये देने का वादा किया और उसने फिर हां बोल दिया। कमल ने आगे बताया कि इसके बाद सुबह सात बजे मिट्ठू गाजी, जिला- सतखीरा, बांग्लादेश ने उसे ब्राउन रंग की सेलो टेप से लिपटे हुए पैकेट दिए, जिसे उसने अपने हेल्पर रज्जाक डाली को बिना बताए ट्रक के केबिन में रख दिया। जैसे ही वह आइसीपी घोजाडांगा पार कर रहा था तो बीएसएफ के जवानों ने ट्रक की तलाशी के दौरान उसे पकड़ लिया।
पकड़ा गया शख्स अक्सर करता रहा है सोने की तस्करी
उसने दावा किया कि यह काम उसने पहली बार किया है। परंतु खुफिया विभाग के अनुसार पता चला है कि कमल हसन सरदार अक्सर इस ट्रक के जरिए सोने की तस्करी का काम रिपोन मंडल के लिए करता रहा है। पकड़े गए दोनों व्यक्तियों को जब्त किए गए सामानों के साथ कस्टम कार्यालय को सौंप दिया गया है।
बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ
इधर, इस सफलता पर 153वीं वाहिनी के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने खुशी व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई, जिसमें ट्रक ड्राइवर और हेल्पर को 16 सोने के बिस्कुटों के साथ पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका हैं। इसके साथ ही उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे अपने इलाके से किसी भी सूरत में तस्करों, घुसपैठियों व सीमा अपराधियों के मंसूबे को आगे भी सफल नहीं होने देंगे।