सिटी मास्टर प्लान के तहत नगर निगम क्षेत्र के साथ-साथ पूरे जिले में सस्ती और सुलभ ईलेक्ट्रानिक बस सेवा 2022 से शुरू होने की संभावना है। इसके लिए 929 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इसे धरातल पर लाने और ई-बसों के रूट सर्वे के लिए बुधवार को दिल्ली की क्रेडिबल एजेंसी के साथ नगर निगम का करार हुआ। एक सप्ताह बाद से रूट सर्वे का काम शुरू हो जाएगा। अभी एजेंसी चास में सर्वे करने जा रही है।
प्रत्येक वर्ष 45 बसें उतारने का लक्ष्य
धनबाद नगरन निगम के नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने बताया कि रूट सर्वे में देखा जाएगा कि किस रूट पर अधिक बसों के चलने की गुंजाइश है, कहां बड़ी और कहां छोटी बसें चलेंगी। प्रत्येक वर्ष सड़कों पर 45 इलेक्ट्रिक बसें उतारी जाएंगी। 2022 में 45 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होने की संभावना है। जिले के विभिन्न रूट पर 245 इलेक्ट्रिक-सीएनजी बस चलेगी। धनबाद से मैथन, चिरकुंडा, तोपचांची, गोमो, सिंदरी, बाघमारा, गोविंदपुर, झरिया आदि हर इलाके में इलेक्ट्रिक-सीएनजी बसें चलेंगी। प्रथम चरण में 50 बसों का संचालन होगा। हर दस मिनट पर बसें खुलेंगी। सिटी मास्टर प्लान में आठ वर्षों का खाका खींचा गया है। प्रत्येक वर्ष लगभग 96 करोड़ रुपये धनबाद नगर निगम को मिलेंगे।
टर्मिनल और चार्जिंग स्टेशन भी बनेगा
बसों के संचालन के लिए एक दर्जन से अधिक टर्मिनल और चार्जिंग स्टेशन बनेंगे। एक बस की लागत लगभग 25 से 30 लाख रुपये होगी। बस पड़ाव के लिए छोटे-छोटे टर्मिनल भी बनेंगे। धनबाद शहर, झरिया, सिंदरी, मैथन, चिरकुंडा, तोपचांची, गोमो, गोविंदपुर आदि में टर्मिनल होंगे। इसके अलावा गैरेज, सर्विस सेंटर भी बनेगा। शहर के बाहर बड़ी और शहर के अंदर छोटी बसों का संचालन होगा।