श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के मकानों, दुकानों और खेत-खलिहान पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए जम्मू कश्मीर सरकार का अभियान गति पकड़ चुका है। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में ही प्रशासन ने बीते 20 दिनों में 40 कनाल जमीन को भूमाफिया और अवैध कब्जे से मुक्त कराया है। श्रीनगर जिले में प्रशासन ने ऐसी ही 660 शिकायतों को हल किया है। प्रशासन ने कश्मीर पंडितों की जमीन जायदाद के दस्तावेजों में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। कई मामलों में शिकायतें बेबुनियाद भी पाई गई हैं।
कश्मीर में आतंकी हिंसा और धमकियों के चलते 1989-90 के दौरान कश्मीरी हिंदुओं ने घाटी से पलायन किया था। करीब 800 कश्मीरी हिंदू परिवार ही घाटी में रहे और शेष अन्य चले गए थे। इसके बाद विस्थापितों की संपत्ति पर कई लोगों ने कब्जा कर लिया। कश्मीरी हिंदुओं की कश्मीर में जमीन जाकश्मीर में आतंकी हिंसा और धमकियों के चलते 1989-90 के दौरान कश्मीरी हिंदुओं ने घाटी से पलायन किया था। करीब 800 कश्मीरी हिंदू परिवार ही घाटी में रहे और शेष अन्य चले गए थे। इसके बाद विस्थापितों की संपत्ति पर कई लोगों ने कब्जा कर लिया। यदाद को सुरक्षित रखने और उनकी वापसी को सुनिश्चित बनाने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देशानुसार प्रदेश सरकार ने आनलाइन पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल पर सभी विस्थापित कश्मीरी ङ्क्षहदू वादी में अपनी संपत्ति हुए अतिक्रमण की जानकारी देकर उसे मुक्त करा सकते हैं।
जिला उपायुक्त अनंतनाग डा. पीयूष सिंगला ने बताया कि करीब एक हजार शिकायतें मिली हैं। जांच की तो पता चला कि कई जगह जमीन पर अवैध कब्जा है। हमने 22 जगहों पर अवैध कब्जे के मामले पाए। इन्हें हल कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पोर्टल पर मिली करीब एक हजार शिकायतों में से 26 सितंबर तक 382 की जांच की गई और उनमें मात्र 22 ही सही निकली। शेष झूठी और फर्जी थी।
95 फीसद शिकायतकर्ताओं को यह पता नहीं है कि उनके बुजुर्गों ने उस जमीन को बेच दिया है, जिस पर वह अतिक्रमण की शिकायत कर रहे हैं। यह जमीन एंटी डिस्ट्रेस सेल्स एक्ट के तहत बिकी है। ऐसी संपत्ति खरीदने वालों ने सभी आवश्यक राजस्व दस्तावेज हमेें दिखाए हैं। जिन 22 मामलों को निपटाया जा चुका है, उनमें 10 कब्जाधारकों को जमीन के असली मालिकों को लगान भी चुकाना है।
इतनी जमीन छुड़ाई गई : अनंतनाग स्थित राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि थाजीवारा में एमएल धर की पांच कनाल जमीन को गुलाम रसूल से छुड़ाया गया है। वेस्सु में रोशन लाल कौल की छह कनाल 10 मरला जमीन को मोहम्मद शब्बीर चोपान से और भोलानाथ की 18 मरला जमीन को अब्दुल रशीद से छुड़ा गया है। अकूरा गांव में फूलां रैना नामक एक कश्मीरी पंडित महिला की जमीन पर मोहम्मद इस्माइल पाला नामक व्यक्ति ने कब्जा किया था।
श्रीनगर जिले में 390 शिकायतें हल : श्रीनगर के उपायुक्त मोहम्मद एजाज असद ने बताया कि जिला प्रशासन को कश्मीरी हिंदुओं की संपत्ति पर अवैध कब्जे और अवैध खरीद की 660 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 390 को हल किया गया है। 20 मामलों में जमीन की हदबंदी करते हुए कब्जा करने वालों को नोटिस जारी कर दिया गया है। एक दर्जन मामले अदालत में विचाराधीन हैं।
कश्मीरी हिंदुओं की संपत्ति के 16 मामलों में राजस्व दस्तावेजों में गड़बड़ी किए जाने की शिकायतें सही हैं। इन्हें सुधारा गया है, साथ ही गड़बड़ी करने वाले राजस्व अधिकारियों व कर्मियों पर कार्रवाई की जा रही है। कश्मीरी हिंदुओं की संपत्ति में जबरन दाखिल होने, रास्ता बनाने की 18 शिकायतों की भी जांच की गई है। कई शिकायतें सुरक्षाबलों द्वारा इस्तेमाल की जा रही विस्थापितों की संपत्ति के किराए और आरएंडबी विभाग द्वारा अधिग्रहित जमीन के मुआवजे से जुड़ी हैं।