जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना वी जरदोश ने श्रीनगर में कहा कि जम्मू कश्मीर में कपड़ा उद्योग के मामले में अपार संभावनाएं हैं। यहां जीआइ टैग वाले विश्व प्रसिद्ध रेशम का उत्पादन किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर की इस क्षमता का सदुपयोग कर इसे कपड़ा निर्माण उद्योग का केंद्र बनाया जाना चाहिए। कश्मीर के उत्पादों को दुनिया भर में जाना जाता है और उन्हें उचित प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को वेबसाइट के माध्यम से आनलाइन बिक्री का प्रविधान करने का निर्देश दिया। उन्होंने रेशम की प्रामाणिकता की जांच के लिए एक तंत्र बनाने को भी कहा।
जम्मू कश्मीर में विकास कार्यों की प्रगति जानने के लिए केंद्र सरकार के जनपहुंच कार्यक्रम के तहत केंद्रीय मंत्रियों का दौरा जारी है। रविवार को केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना वी जरदोश रविवार को श्रीनगर और अनंतनाग में थीं। वहीं कठुआ में ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह थे। केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री श्रीनगर के राजबाग में आर्ट एम्पोरियम, सिल्क फैक्ट्री और वूलन मिल में भी गईं। सरकारी आर्ट श्रीनगर में मंत्री ने अधिकारियों से बेचे जा रहे उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाने को कहा। सिल्क फैक्ट्री में उन्होंने पेपर माछी कलस्टर्स के कारीगर को प्रमाणपपत्र बांटे। मंत्री दर्शन जरदोश ने शकसाज, बांडीपोरा बुनकर, नूर आरी शिल्प और जाडीबल शिल्प के स्टालों का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री दर्शना ने रेशम उत्पादन निदेशालय में कोकून नीलामी बाजार का निरीक्षण किया।
अनंतनाग में महिला उद्यमियों से की बात : अनंतनाग में केंद्रीय राज्यमंत्री ने हस्तशिल्प और हथकरघा विभाग के स्टाल का निरीक्षण किया। यहां वह पंचायत राज संस्थानों के सदस्यों, स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों, युवा क्लबों और उद्यमियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कारपेट सेंटर सिलीगाम में कारीगरों की शिकायतों को सुना। मंत्री ने स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों और उद्यमियों के साथ भी बातचीत की।
जम्मू कश्मीर में तरक्की के नए रास्ते खुले : गिरिराज केंद्रीय मंत्री पंचायती राज और ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को कठुआ जिले के बिलावर में कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 ए हटने के बाद जम्मू कश्मीर में तरक्की के नए रास्ते खुल गए हैं। प्रदेश के विकास के लिए फंड की किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। पैसे का सही उपयोग हो रहा है कि नहीं, इस पर नजर पंचायत सदस्यों को रखना है। मंत्री ने 29 करोड़ रुपये के विभिन्न प्रोजेक्ट जनता को समर्पित किए। कई परियोजनाओं के उन्होंने नींव पत्थर भी रखे। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पर दिए जाने वाले 15 ट्रैक्टरों की चाबिया लाभार्थी किसानों को सौंपी।