नई दिल्ली, आइएएनएस. अमेरिकी सरकार की तरफ से अपने नागरिकों के खातों की जासूसी कराने की खबर है। इसके लिए सरकार की ओर से मैलवेयर का सहारा लिया जाता है। दिग्गज टेक कंपनी की तरफ से खुलासा किया गया है कि उसकी तरह से साल 2021 में सरकार की ओर से प्रायोजित हैकिंग को लेकर यूजर्स को 50,000 चेतावनी जारी की गई हैं, जिन बैंक खातों पर सरकार की तरफ से मैलवेयर अटैक किया गया है।
Google की रिपोर्ट के मुताबिक खातों की जासूसी की घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले 33 फीसदी का इजाफा हुआ है। कंपनी ने कहा कि उसकी तरफ से यूजर्स को जानबूझकर इस तरह के अलर्ट भेजा गया है, जिससे यूजर्स संभावित खतरे के लेकर सतर्क रहें। साथ ही अटैकर्स डिफेंस स्ट्रैटजी को ट्रैक नहीं कर पाएंगे। TAG की तरफ से 50 देशों 270 सरकार की ओर से प्रायोजित हमलों की पहचान की गई है।
जानिए क्या है APT 35
कंपनी ने ब्लॉगपोस्ट में कहा कि इस साल एक सरकार समर्थित हमलावर APT 35 की काफी चर्जा रही जो ईरानी सरकार समर्थित था। यह ग्रुप बैंक अकाउंट को हैक करता है। यह ईरानी सरकार के मुताबिक जासूसी के काम को अंजाम देता है। साध ही इस काम में नई-नई टेक्नोलॉजी को शामिल करता है।
APT35 ग्रुप ने 2017 से सरकार, शिक्षा, पत्रकारिता, गैर सरकारी संगठनों, विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों की जासूसी करता रहा है। पिछले साल मई में Google ने ट्रैक किया और पाया कि APT35 ग्रुप ने गूगल प्ले स्टोर पर स्पाइवेयर अपलोड किया था। यह यूजर्स के संवेदनशील जानकारी जैसे कॉल लॉग, टेक्स्ट संदेश, संपर्क और उपकरणों से स्थान जैसे डेटा को चुरा सकता था। ऐसे में Google ने इस ऐप को ना डाउनलोड करने की सलाह दी थी।