पटना, आनलाइन डेस्क। Patna Serial Blast गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट मामले में आज फैसले का दिन रहा। आतंकवादियों ने ब्लास्ट कर छह लोगों की जान ले ली थी। करीब 85 लोग घायल हो गए थे। उस दिन आतंकियों के निशाने पर मुख्य रूप से गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) थे। पटना के गांधी मैदान में 2013 में उन्हें ही टारगेट किया गया था। इसकी पूरी साजिश छत्तीसगढ़ के रायपुर में बनी थी। इसके लिए आतंकियों ने रांची के धुर्वा डैम के पास मानव बम का ट्रायल भी कर लिया था। आतंकियों का यह भी प्लान था कि मानव बम चूक गया तो रैली में अंतिम समय में सीरियल ब्लास्ट कर भगदड़ मचा देंगे।
नौ आतंकवादियों को कोर्ट ने दी सजा
बता दें कि आतंकी विस्फोट मामले में NIA ने 11 आतंकवादियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। इस दौरान एक अभियुक्त नाबालिग था। उसका मामला जुवेनाइल कोर्ट में भेज दिया गया। शेष 10 के खिलाफ ट्रायल चल रहा था। उनमें से एक को साक्ष्य के अभाव में रिहा किया जा चुका है। इस मामले की जांच के दौरान आतंकियों का कनेक्शन यूपी के मिर्जापुर से जुड़ा मिला। आतंकी हैदर, उमर और एक अन्य की मुलाकात रायपुर में हुई थी। वहीं इन सभी ने मानव बम की साजिश रची। इसके बाद मिर्जापुर में अहमद हुसैन से ये मिले। बम बनाने का सामान मिर्जापुर से ही खरीदा गया था।
डीजीपी ने कहा था, किसी गाड़ी का चक्का फट गया है
इस मामले में राज्यसभा सदस्य और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने चौंकाने वाली बात कही। उन्होंने बताया कि विस्फोट हो रहे थे, लेकिन इसकी जानकारी बिहार के डीजीपी तक को नहीं थी। जब उनके बेटे ने विदेश से काल कर इसकी जानकारी दी, तब उन्होंने पटना के डीएम को फोन लगाया। इसपर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। सुबह 10:15 बजे डीजीपी को फोन लगाया तो उन्होंने कहा कि ट्रक या बस का पहिया फट गया है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी जब एयरपोर्ट पर पहुंचे तब उनसे आइबी और प्रशासन के अधिकारी सभास्थल पर नहीं जाने का आग्रह करते रहे। तब उन्होंने कहा कि मैं जाउंगा, नहीं गया तो लोगों को शंका होगी और भगदड़ से बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बाद वे मंच पर पहुंचे। तब गांधी मैदान में ब्लास्ट वाले स्थल पर धुआं ही धुआं था। बावजूद बड़े धैर्य से उन्होंने एक घंटे तक भाषण दिया।