नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सत्र के दौरान सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील भी की है. इससे पहले मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने पेगासस, किसान आंदोलन, महंगाई समेत कई मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया था. सरकार सत्र के पहले दिन तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के संबंध में बिल पेश कर सकती है.
सत्र से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार है. हमें संसद में बहस करनी चाहिए और सदन की कार्यवाही की गरिमा बनाए रखनी चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि संसद में सरकार की नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए हो, लेकिन संसद की गरिमा, स्पीकर की गरिमा के विषय में हम वो आचरण करें, जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए.’
पीएम ने कहा, ‘भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तोला जाए. न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका. सरकार हर विषय पर खुली चर्चा के लिए तैयार है. हम ये भी चाहते हैं कि संसद में सवाल भी हों और शांति भी हो.’ रविवार को केंद्र सरकार ने सत्र का एजेंडा तैयार करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी.
उन्होंने कहा, ‘यह संसद का जरूरी सत्र है. देश के नागरिक अच्छा सत्र चाहते हैं. वे उज्जवल भविष्य को लेकर अपनी जिम्मेदारियां पूरा कर रहे हैं.’ इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर भी सतर्क रहने की बात कही है. हाल ही में पीएम ने शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ देश में कोविड-19 की स्थिति और टीकाकरण अभियान पर चर्चा की थी. उन्होंने राज्य और जिला स्तर पर सतर्कता और सावधानी बढ़ाने के लिए कहा था.