नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में बीते दिन कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, सक्रिय केस अब एक लाख से भी कम हो गए हैं यानी इतने केस आ नहीं रहे हैं, जितने कि ठीक हो रहे हैं। देखा जाए तो जहां दुनिया इस समय कोरोना के नए वेरीयंट ओमिक्रोन को लेकर चिंतित है, वहीं, भारत में पिछले काफी समय से 10 हजार से कम आ रहे केस राहत लेकर आते हैं। इसके बावजूद सावधानी बेहद जरूरी है और कोरोना की इस लड़ाई में अपने टीके लेना भी महत्वपूर्ण है। इस बीच भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं। बुधवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 8,954 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 45 लाख 96 हजार 776 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर एक लाख से भी कम हो गए हैं। बताया गया कि 547 दिनों के बाद यह आंकड़ा नीचे गया है।
सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 267 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,69,247 हो गई है। 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 1,520 की कमी आई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.36 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो पिछले साल मार्च के बाद से सबसे अधिक है।
नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 54 सीधे दिनों के लिए 20,000 से नीचे रही है और लगातार 156 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। दैनिक सकारात्मकता दर 0.81 प्रतिशत दर्ज की गई थी। पिछले 58 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.84 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 17 दिनों से यह 1 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 40 लाख 28 हजार 506 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत हो गई। बीते दिन 10,207 लोग डिस्चार्ज हुए।
राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 124.10 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था।