मध्य प्रदेश में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं। अब सूबे में भीड़ भरे बाजारों में यातायात व्यवस्था की निगरानी के लिए ड्रोन की मदद ली जाएगी। इस व्यवस्था को बेहतर तरीके से चलाने के लिए प्रदेश में ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की जा रही है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि राज्य के प्रमुख शहरों के मुख्य मार्गों व भीड़भाड़ वाले चौराहों पर ट्रैफिक सिस्टम की निगरानी में ड्रोन की मदद ली जाएगी। उन्होंने बताया कि ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देने के लिए प्रदेश में पांच ड्रोन स्कूल भी खोले जा रहे हैं। राजधानी भोपाल में बुधवार को एक महिला की जान बचाने के लिए लगभग 11 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। इस दौरान यातायात में किसी प्रकार का व्यवधान न हो, इसके लिए ड्रोन से निगरानी की गई थी।
MP में जल्द लागू हो सकता है नया वीकल ऐक्ट
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में जल्द ही इंडियन मोटर वीकल अमेंडमेंट ऐक्ट-2019 लागू होने जा रहा है। हाल ही में परिवहन आयुक्त मुकेश जैन ने जबलपुर हाई कोर्ट में एक लिखित हलफनामा पेश करते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में बिना परमिट संचालित ऑटो रिक्शा को जब्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी। गौरतलब है कि नए एक्ट में ट्रैफिक नियमों को लेकर कई कड़े प्रावधान हैं। बिल में प्रावधान है कि कोई नाबालिग वाहन चलाते हुए एक्सीडेंट करता है, तो उसके पेरेंट्स को 3 साल तक जेल होगी। इसके अलावा गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिया जाएगा।