मुकेश अंबानी की रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (आरएनईएसएल) ने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में अपने विस्तार पर जोर दिया है। इसी के तहत, आरएनईएसएल अब स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एसडब्ल्यूआरईएल) की इक्विटी शेयर पूंजी के 40 प्रतिशत का अधिग्रहण कर रही है।
अधिग्रहण की प्रक्रिया को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने मंजूरी भी दे दी है। आपको बता दें कि रिलायंस ने प्रति शेयर 375 रुपये या कुल 1,840 करोड़ रुपये से अधिक की पेशकश की है।
आरएनईएसएल की डिटेल: रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (आरएनईएसएल) की बात करें तो ये रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जोकि आरआईएल समूह से संबंधित संस्थाओं के लिए अंतिम होल्डिंग कंपनी है। आरएनईएसएल एक नई निगमित इकाई है और यह भारत में किसी भी उत्पाद या सेवाओं की पेशकश नहीं करती है। वहीं, आरआईएल समूह की उपस्थिति हाइड्रोकार्बन के अन्वेषण एवं उत्पादन, पेट्रोलियम के शोधन एवं विपणन, पेट्रोकेमिकल्स, खुदरा एवं डिजिटल सेवा जैसे क्षेत्रों में है।
स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एसडब्ल्यूआरईएल) की बात करें तो ये भारत और वैश्विक स्तर पर 25 से अधिक देशों में विशुद्ध रूप से सोलर इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) सॉल्यूशन के एक वैश्विक प्रदाता के तौर पर जाना जाता है। भारत में, एसडब्ल्यूआरईएल सोलर ईपीसी सॉल्यूशन और तीसरे पक्ष द्वारा निर्मित परियोजनाओं समेत संचालन एवं रखरखाव से जुड़ी सेवाओं में संलग्न है।