शारदा अस्पताल अब मरीजों को घर के पास ही निशुल्क उपचार देगा। इससे सामान्य रोगियों को अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र नहीं जाना पड़ेगा और उनको उनके द्वार पर ही चिकित्सा सुविधा मिलेगी। इसके लिए शारदा अस्पताल ने मेडिकल यूनिट और डॉक्टरों की टीम बनाई है। योजना शुरू करने से पहले अस्पताल प्रबंधन ने जिले के 70 गांवों के जनप्रतिनिधियों को बुलाकर उनसे मशविरा किया। उनके इलाके की बीमारियों के बारे में बातचीत की।
शारदा अस्पताल में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में 70 गांवों के जनप्रतिनिधि पहुंचे। उनके साथ विचार विमर्श किया गया। शारदा अस्पताल के वाइस प्रेजिडेंट ऋषभ गुप्ता ने बताया कि बदलती जीवनशैली में लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए शारदा अस्पताल आपके द्वार योजना के तहत लोगों का उपचार करेगी।
उन्होंने कहा कि वह सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य केंद्रों पर भी अपनी सेवाएं देने को तैयार हैं। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एके गडपाइले ने बताया कि जिले के गांवों में सबसे ज्यादा पीलिया, मलेरिया, डेंगू और खून की कमी के मरीज हैं। इन बीमारियों को थोड़ा सजग होकर मात दे सकते हैं।
डॉ. रंजीत गुलियानी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं की देखभाल में लापरवाही से जान पर बन आती है। ऐसे में प्रशिक्षित नर्सें उनमें जागरूकता फैलाने के लिए गांवों का दौरा करेंगी। इसके अलावा जिन मरीजों को एमआरआई, सीटी और अल्टासाउंड की जरूरत पड़ेगी, उन्हें सस्ती दर पर अस्पताल लाकर उपचार करेंगे।
कम्युनिटी मेडिसीन की हेड डॉ. शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि ने कहा कि गांव के लोग स्वस्थ रहेंगे तो देश का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इस मौके पर 70 गांवों के प्रधानों, बीडीसी और अन्य प्रतिनिधियों से चर्चा की गई। कार्यक्रम में कुछ प्रधानों ने अपनी बात रखी।