All for Joomla All for Webmasters
जरूरी खबर

अगले साल बम्पर नौकरियां, इस सेक्टर में कर्मचारियों की होगी बल्ले-बल्ले

job

IT-BPM इंडस्ट्रीज को अगले वित्तीय वर्ष 2022 में कुल 4.8 million कर्मचारियों की भर्ती का लक्ष्य पूरा करना है जिसके लिए इंडस्ट्री को 3.75 लाख कर्मचारियों को नियुक्त करने की जरूरत है. टीमलीज डिजिटल की एक रिपोर्ट में 3.75 लाख कर्मचारियों की नियुक्ति का दावा किया गया है.

नई दिल्ली: महामारी के दौरान कई लोगों की नौकरियां छूट गईं जिससे बेरोजगारी ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिए. ऐसी स्थिति में जहां बहुत से लोग खाली बैठे हुए हैं वहीं IT-BPM ने रोजगार के लिए इंडस्ट्रीज के दरवाजे खोल दिए हैं. अगर आप भी इस वक्त बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं तो पढ़िए कर्मचारियों की नियुक्ति की खुशखबरी के बारे में…   

अगले पांच सालों में 10 million कर्मचारी नियुक्ति का टारगेट

IT-BPM इंडस्ट्रीज की तरफ से रोजगार के अवसर लगातार मिलते रहने की उम्मीद है. अगले वित्तीय वर्ष में 3.75 लाख कर्मचारियों को नियुक्त करने का प्लान है. इस इंडस्ट्री में जॉब पाने के लिए आपके अंदर डिजिटल स्किल्स होना जरूरी है. इंडस्ट्री ऐसी स्किल्स में पकड़ रखने वालों को प्राथमिकता दे सकती है. डिजिटल स्किल्स की मांग के लिए कॉन्ट्रैक्ट स्टाफिंग 50% तक बढ़ने की भी संभावना है, जोकि पिछले वित्तीय वर्ष से 19% ज्यादा है. डिजिटल स्किल्स की ज्यादा डिमांड होने के कारण सप्लाई गैप हो जाता है जो कि दूसरी स्किल्स के लिए घातक हो सकता है. डेटा इंजीनियरिंग, डेटा विज्ञान, मशीनरी हैंडलिंग जैसी दूसरी प्रतिभाओं के लिए ये भेदभाव है.

Read more:Bank Holidays in January: जनवरी में पूरे 14 दिन बंद रहेंगे बैंक, लिस्ट देखकर निपटालें जरूरी काम

डिमांड सप्लाई में बढ़ा अंतर 

IT-BPM इंडस्ट्रीज भारत को विकास की ऊंचाइयों पर ले जा रहीं हैं. इनकी वजह से भारत डिजिटल स्किल्स का हब बनने में सफल हो रहा है. भारत के 43% ग्राहक इस साल डिजिटल स्किल हायरिंग में लगभग 30% या उससे ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं. हालांकि लगातार डिमांड सप्लाई में अंतर बढ़ना चिंता का कारण भी है क्योंकि सभी प्रतिभाओं को बराबर का हक मिलना चाहिए.

इंप्लॉय-इंप्लॉयर कॉन्ट्रैक्ट हुआ प्रभावित

इस आधार पर कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स का शेयर 3% से  6% तक बढ़ने की उम्मीद है. 17% की बढ़ोतरी के साथ कॉन्ट्रैक्ट स्टाफिंग की भी मार्केट में सुधार होने की संभावना है. इन सबके कारण इंप्लॉय-इंप्लॉयर कॉन्ट्रैक्ट भी प्रभावित होता है.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top