Booster Dose: भारत में 10 जनवरी से बूस्टर डोज देनी शुरू की जाएगी. बूस्टर डोज सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी. Omicron के खतरे के बीच बूस्टर डोज जरूरी है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स (Frontline Workers) के लिए Precaution डोज (Booster Dose) 10 जनवरी से शुरू करने का ऐलान किया. 60 साल के ऊपर के लोग भी जिन्हें बीमारी है वो डॉक्टर की सलाह पर Precaution डोज 10 जनवरी से लगवा पाएंगे.
डॉक्टर रैशेस एल्ला का ट्वीट
इस पर भारत बॉयोटेक (Biotech) के क्लीनिकल लीड डॉक्टर रैशेस एल्ला ने ट्वीट कर कहा कि भारत में बूस्टर डोज का ऐलान किया गया है. वैक्सीन की दूसरी डोज के बाद ज्यादा अंतराल में तीसरी डोज अधिक प्रभावी रहती है क्योंकि इससे ज्यादा समय के लिए प्लाज्मा और मेमोरी सेल बनती हैं यानी Immunity ज्यादा समय तक रहती है.
बूस्टर डोज लेने का सही समय कब?
अपने ट्वीट में डॉक्टर रैशेस एल्ला ने कहा कि दूसरी डोज के 6 महीने बाद बूस्टर डोज का अंतराल आदर्श है. इससे Omicron के खतरे को भी कम करने मदद मिलेगी.
कब से शुरू होगा बच्चों का वैक्सीनेशन?
जान लें कि 3 जनवरी से बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) शुरू होगा. 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी. देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि देश में नेजल और DNA वैक्सीन जल्द आने वाली है.
गौरतलब है कि देश में Omicron के मामले चार सौ के पार पहुंच गए हैं. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 110 मरीज और दिल्ली में अब तक 79 केस मिल चुके हैं.
पीएम मोदी ने बताया कि देश में 141 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं. देश के 90 फीसदी वयस्क पहली खुराक ले चुके हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना का Omicron वैरिएंट डेल्टा के मुकाबले कम खतरनाक है लेकिन सावधानी जरूरी है.