रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने अपने कारोबार समूह में नेतृत्व बदलाव का जिक्र करते हुए मंगलवार को कहा कि वह वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मिलकर युवा पीढ़ी को बागडोर सौंपने की प्रक्रिया में तेजी लाना चाहते हैं। देश के सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी ने देश की सबसे मूल्यवान कंपनी में उत्तराधिकार को लेकर पहली बार कोई वक्तव्य देते हुए कहा, रिलायंस अब एक महत्वपूर्ण नेतृत्व बदलाव को अंजाम देने की प्रक्रिया का हिस्सा है।
64 साल के हो चुके मुकेश अंबानी
रिलायंस समूह की बागडोर मुकेश अंबानी ने अपने पिता धीरुभाई अंबानी से संभाली थी। अब 64 साल के हो चुके मुकेश अंबानी ने अपने पिता के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तराधिकार सौंपने की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी। उनके दो बेटे आकाश एवं अनंत और एक बेटी ईशा हैं।
इस मौके पर अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) आने वाले वर्षों में दुनिया की सर्वाधिक प्रतिष्ठित एवं मजबूत कंपनियों में शुमार होगी। इसमें स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा क्षेत्रों के अलावा खुदरा एवं दूरसंचार कारोबार की भूमिका अहम होगी जो अभूतपूर्व दर से बढ़ रहे हैं।
बड़े सपनों नामुमकिन लक्ष्यों के लिए सही नेतृत्व होना जरूरी
उन्होंने कहा, बड़े सपनों और नामुमकिन नजर आने वाले लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सही लोगों को जोड़ना और सही नेतृत्व होना जरूरी है। रिलायंस अब एक महत्वपूर्ण नेतृत्व बदलाव को अंजाम देने की प्रक्रिया में हैं। यह बदलाव मेरी पीढ़ी के वरिष्ठों से नए लोगों की अगली पीढ़ी को होगा। उन्होंने कहा कि वह इस प्रक्रिया को तेज करना चाहेंगे।
अंबानी ने अपने संबोधन में कहा, मुझे लेकर सभी वरिष्ठों को अब रिलायंस में बेहद काबिल, प्रतिबद्ध एवं प्रतिभाशाली युवा नेतृत्व को विकसित करना चाहिए। हमें उनका मार्गदर्शन करना चाहिए, उन्हें सक्षम बनाना चाहिए और प्रोत्साहित करना चाहिए। और जब वे हमसे बेहतर प्रदर्शन करते हुए दिखाई दें तो हमें आराम से बैठकर तालियां बजानी चाहिए। हालांकि उन्होंने इसका अधिक ब्योरा नहीं दिया। इस बयान के बारे में टिप्पणी के लिए भेजे गए ईमेल का कंपनी की तरफ से फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया गया।