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उत्तर प्रदेश

UP Chunav 2022: नहीं टलेंगे इलेक्शन, बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के लिए दरवाजे पर वोट लेने पहुंचेगा चुनाव आयोग

प्रेस कांफ्रेंसम में दी गई जानकारी के मुताबिक, 80 साल की उम्र पार कर चुके लोग, दिव्यांगजन और कोरोना पॉजिटिव लोगों को वोटिंग सेंटर पर आने की जरूरत नहीं होगी. ये लोग घर से ही वोट कर सकेंगे. इसके लिए इलेक्शन कमीशन उनके दरवाजे पर वोट लेने पहुंचेगा…

UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के मद्देनजर इलेक्शन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इसी को लेकर तैयारियों का जायजा लेने मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) यूपी आए हैं. लखनऊ में चीफ इलेक्टोरल कमिश्नर सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) ने जानकारी दी है कि यूपी में होने वाले चुनाव को टाला नहीं जाएगा, बल्कि इलेक्शन तय समय पर ही आयोजित होंगे. इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. गुरुवार को हुई प्रेस वार्ता के दौरान सुशील चंद्रा ने बताया कि फाइनल वोटर लिस्ट 5 जनवरी को पब्लिश कर दी जाएगी. वहीं, वोटर लिस्ट को लेकर अगर किसी को कोई आपत्ति है या शिकायत दर्ज करानी है तो करा सकेंगे. परेशानी का निस्तारण तत्काल रूप से किया जाएगा. 

घर बैठे वोट कर सकेंगे ये लोग
बता दें, प्रेस कांफ्रेंसम में दी गई जानकारी के मुताबिक, 80 साल की उम्र पार कर चुके लोग, दिव्यांगजन और कोरोना पॉजिटिव लोगों को वोटिंग सेंटर पर आने की जरूरत नहीं होगी. ये लोग घर से ही वोट कर सकेंगे. इसके लिए इलेक्शन कमीशन उनके दरवाजे पर वोट लेने पहुंचेगा. 

यूपी में 15 करोड़ से ज्यादा वोटर
जानकारी के लिए बता दें कि इस बार के चुनाव में 15 करोड़ से ज्यादा की जनता राजनीतिक दलों का भाग्य तय करेगी. इस बार 52.8 लाख नए वोटर्स शामिल हुए हैं. इनमें 23.92 लाख पुरुष और 28.86 लाख महिलाएं हैं. वहीं, फ्रेश वोटर्स यानी हाल ही में 18 की उम्र पर पहुंचे करीब 19.89 लाख मतदाता हैं. फाइनल लिस्ट जारी होने के बाद वास्तविक आंकड़े सामने आ जाएंगे. हालांकि, अगर लिस्ट में किसी का नाम छूट जाता है, तो वह क्लेम कर सकता है. तुरंत ही इसपर एक्शन लिया जाएगा. 

राजनीतिक दलों की मांग पर ही समय पर हो रहे चुनाव
चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुशील चंद्रा ने जानकारी देते हुए बताया है कि जब उन्होंने सभी पार्टियों के साथ मीटिंग की थी, तो उनके सामने यह मांग रखी गई थी कि तय समय पर ही चुनाव कराए जाएं. इसके अलावा, कोरोना संक्रमण को देखते हुए रैलियों में उमड़ने वाली भीड़ पर भी लोगों ने चिंता व्यक्त की है. वहीं, नफरती भाषण पर और आपत्ति जताई गई है. इसके साथ पोलिंग बूथ पर महिला बूथकर्मियों की मांग को लेकर भी बात की गई है. 

कम वोटिंग परसेंटएज चिंता का विषय
साल 2017 में यूपी के विधानसभा चुनाव में करीब 61% वोटिंग हुई थी. वहीं, साल 2019 के चुनाव में यूपी से केवल 59 प्रतिशत वोट ही डाले गए थे. मुख्य चुनाव आयुक्त ने इसे चिंता का विषय बताया है. उन्होंने कहा कि जिस राज्य में लोगों में राजनीतिक जागरूकता ज्यादा है, वहां वोटिंग परसेंट का कम होना चिंता की बात है. चुनाव आयोग की कोशिश यह रहेगी कि आने वाले चुनाव में सरकार तय करने के लिए जनता की भागीदारी बढ़ाई जा सके. 

मतदान केंद्रों पर तैनात कर्मचारी पूरे तरह से होंगे वैक्सीनेटेड
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने जानकारी दी है कि प्रदेश भर में हर मतदान केंद्र पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारी पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होंगे. सभी सेंटर्स पर वीवीपैट लगाए जाएंगे. इलेक्शन प्रोसेस में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए करीब 1 लाख वोटिंग सेंटर्स की लाइव वेबकास्टिंग होगी. मतदान की तारीख पर सुबह 8.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक मतदान होगा.

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