PM Kisan Yojana के तहत रजिस्टर्ड किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान बेहद कम ब्याज पर लोन ले सकते हैं. इस योजना में किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है.
नई दिल्लीः PM Kisan Latest Update: किसानों के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में पीएम किसान योजना की 10वीं किस्त जारी की है. सरकार की इस योजना का लाभ देश के करोड़ों किसानों को मिल रहा है. बता दें कि सरकार इस योजना के तहत किसानों को सस्ती दर पर लोन भी मुहैया कराती है.
दरअसल आत्म निर्भर भारत योजना के तहत पीएम किसान सम्मान योजना और किसान क्रेडिट कार्ड योजना आपस में लिंक्ड हैं. इसी किसान क्रेडिट कार्ड योजना पर सरकार किसानों को सस्ती दर पर लोन उपलब्ध करा रही है. आइए जानते हैं कैसे आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
Read more:किसानों के लिए अच्छी खबर, खरीद सकेंगे अपने सपनों का घर- BOI दे रहा है 50 लाख रुपए तक की लोन सुविधा
ब्याज दर है बेहद कम
किसानों को फसलों की बुवाई के लिए बैंकों से बेहद कम ब्याज दर पर लोन मिलता है. यह लोन किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए ही दिया जाता है. इस योजना में किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है. वहीं 5-3 लाख रुपये का शॉर्ट टर्म लोन सिर्फ 4 फीसदी की ब्याज दर पर दिया जाता है. सरकार इस लोन पर 2 फीसदी की सब्सिडी देती है. वहीं समय पर लोन चुकाने पर 3 फीसदी की छूट दी जाती है. इस तरह यह लोन सिर्फ 4 फीसदी पर मिलता है लेकिन अगर लोन चुकाने में देरी होती है तो इस लोन की ब्याज दर 7 फीसदी बैठती है.
Read more:किसानों के लिए खुशखबरी! सरकार दे रही है 15 लाख रुपए की मदद- जानें कैसे करें अप्लाई
कैसे बनवाएं किसान क्रेडिट कार्ड?
1. किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए सबसे पहले आप तहसील जाकर लेखपाल से मिलें.
2. अब उनसे अपनी जमीन की खसरा-खतौनी निकलवाएं.
3. इसके बाद किसी भी बैंक में जाएं और मैनेजर से मिलकर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने की मांग करें.
4. यहां पर ध्यान रखें कि किसान क्रेडिट कार्ड किसी ग्रामीण बैंक से बनवाएंगे तो उसमें सरकार की तरफ से इनसेंटिव वगैरह दिए जाते हैं जिसका किसानों को फायदा मिलता है.
5. इसके बाद बैंक मैनेजर आपको वकील के पास भेजेगा और जरूरी जानकारियां लेगा.
6. इसके बाद आपको बैंक में जाकर एक फॉर्म भरना होगा.
7. इसके साथ कुछ कागजी कार्रवाई होगी. जिसके बाद आपका किसान क्रेडिट कार्ड बन जाएगा.
8. इसमें लोन की सुविधा कितनी मिलेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी जमीन कितनी है.