बिहार में कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। दोनों उपमुख्यमंत्री समेत 4 मंत्रियों के संक्रमित होने के बाद बिहार सरकार ने ‘समाज सुधार अभियान’ पर ब्रेक लगा दी है तो जनता दरबार को भी स्थगित कर दिया गया है। पिछले सोमवार को जनता दबार में एक दर्जन से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद सहित नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के चार सदस्य बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने ट्वीट किया, ”मेरी कोविड जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है। फिलहाल पटना में अपने निवास में पृथक-वास पर हूं। कृपया इस दौरान मेरे संपर्क में आए सभी लोग खुद को अलग कर लें और सेहत संबंधित सभी सतर्कता बरतें। आप सब भी अपना ध्यान रखें ।”
उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने ट्वीट कर बताया, ”सर्दी बुखार के प्रारंभिक लक्षणों के बाद जांच कराने पर संक्रमण की पुष्टि हुई है। विगत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आए सभी लोग अपनी कोविड जांच जरूर करा लें। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी लोग सामाजिक दूरी के पालन के साथ मास्क का प्रयोग करें और टीकाकरण जरूर कराए।” दोनों उप मुख्यमंत्रियों के अलावा भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार भी संक्रमित पाए गए हैं।
चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ”कोविड जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है। घर में पृथक-वास पर हूं। जो भी विगत दिनों में मेरे संपर्क में आये हैं। कृपया सावधानी बरतते हुए अपनी जांच करवा लें।” उत्पाद और मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार के भी संक्रमित होने की जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार बुधवार को होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक से पहले कैबिनेट के सभी सदस्यों की एहतियात के तौर पर आरटीपीसीआर जांच की गई। इस बीच मुख्यमंत्री की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन के पिछले दिनों संक्रमित होने के बाद पार्टी मुख्यालय को बंद कर दिया गया है।