पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा है कि कांग्रेस सरकार में शुरू की गई पेंशन की योजनाओं को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। लेकिन, कांग्रेस की सरकार बनते ही हम महिलाओं के लिए दो तरह की पेंशन लागू करेंगे। कांग्रेस सरकार लोगों के हाथों में पेंशन की लाठी देने का काम करेगी।
पूर्व सीएम हरीश रावत गुरुवार को काशीपुर के रामलीला मैदान में आयोजित सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम में बोल रहे थे। हरीश ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एक परिवार में महिला के हित में दो पेंशन जारी की थी। अगर 60 वर्ष के पति को पेंशन मिलती थी तो 60 वर्ष की होने पर पत्नी को भी पेंशन दी जाती थी।
हम सत्ता में आएंगे तो फिर से महिला हित में दो नयी पेंशन योजनाएं लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं के लिए पेंशन तीलू रौतेली से लेकर, बौना पेंशन, विकलांग बच्चों वाली महिलाओं के लिए बोनस समेत नौ प्रकार की पेंशन योजनाएं शुरू कीं। जगरिया-डंगरिया से लेकर किसानों, कलाकारों, पत्रकारों, समाज के हर वर्ग के लिए 18 पेंशन योजनाएं शुरू की थी।
हरीश रावत ने कहा कि मैंने अपने तीन वर्षों के कार्यकाल में महिला पौष्टिकता की कई योजनाएं शुरू कीं। इसमें वृद्ध महिला पौष्टाहार योजना, गर्भवती महिला पौष्टाहार योजना, अतिरिक्त पौष्टाहार योजना शामिल थी। लेकिन, भाजपा सरकार ने इसे बंद कर दिया। कांग्रेस सरकार बनते ही हम बच्ची से लेकर वृद्ध महिला तक के लिए सार्वभौम पुष्टाहार योजना शुरू करेंगे।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना था तब राज्य में 1.15 लाख लोगों को 200 रुपये के हिसाब से विधवा, विकलांग और वृद्धावस्था पेंशन मिलती थी। 2017 में जब हमारी सरकार गई हमने समाज कल्याण के पेंशन धारियों में 18 प्रकार की पेंशन लागू करके इस संख्या को 7.25 लाख लोगों तक पहुंचाने का काम किया।
कांग्रेस सरकार बनने पर इस संख्या को 10 लाख तक पहुंचायेंगे। कांग्रेसियों से कहा कि वे महिला मंगल दलों का गठन करें। कांग्रेस सरकार बनने पर इन महिला मंगल दलों को हम 28 तरह के काम दिलाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल से भाजपा सत्ता में है। इस दौरान हर व्यक्ति गरीब हुआ है।
पेट्रोल, डीजल, गैस के दाम आसमान में पहुंच गए हैं। आम लोग गरीब हुए। कुछ उद्योगपति अमीर हुए। सिलेंडर एक हजार रुपये तक पहुंच गया है। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सिलेंडर कभी 600 रुपये के पार नहीं जाएगा।
शिक्षा मंत्री पर रावत कर गये विवादित टिप्पणी
जनसभा के दौरान एकबारगी पूर्व सीएम हरीश रावत की जुबान फिसल गयी। उन्होंने प्रदेश के शिक्षा मंत्री के लिये ‘ढपोरशंख’ शब्द का इस्तेमाल कर दिया। दरअसल, सभा के दौरान रावत ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। कहा कि उन्होंने अपने तीन साल के कार्यकाल में 32 हजार लोगों को सरकारी नौकरी उपलब्ध करायी।
सवाल उठाया कि भाजपा सरकार और उनके ढपोरशंख शिक्षा मंत्री बताएं कि उन्होंने पांच साल में कितनों को सरकारी नौकरियां दीं? अगर हिम्मत है तो वे रोजगार पाने वाले सिर्फ 3200 लोगों के नाम और पते गिनाकर दिखायें, हम विश्वास कर लेंगे। हरीश रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच वादों का कम्पटीशन चल रहा है। दोनों में होड़ मची है कि कौन जनता से कितने ज्यादा वादे करता है? दोनों ये क्यों नहीं बताते कि भाजपा सरकार ने पिछले पांच साल में क्या किया?