कोरोना से बचाने में मास्क सबसे बड़ा हथियार है, लेकिन आपको ये जानना चाहिए कि N95 मास्क को आप कितनी बार इस्तेमाल कर सकते हैं और कब आपको इसे बदल देना चाहिए.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क पहनना बेहद जरूरी है और इसमें भी एक्सपर्ट खास तौर N95 मास्क पहनने की सलाह देते हैं. कोरोना से बचाने में मास्क सबसे बड़ा हथियार है. वहीं आपको ये भी जानना चाहिए कि N95 मास्क को आप कितनी बार इस्तेमाल कर सकते हैं और कब आपको इसे बदल देना चाहिए. वहीं CDC ने लोगों को ये भी सलाह दी है कि चेहरे पर अच्छी तरह से फिट होने वाला मास्क ही पहनें.
कई बार लोग एक ही मास्क को कई दिनों तक पहने रहते हैं. वहीं कुछ लोग लूज या अनफिट मास्क पहनते हैं. ऐसा मास्क कोरोना वायरस इंफेक्शन से बचाव नहीं करेगा.
गंदा मास्क दोबारा इस्तेमाल न करें
जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर माइकल जी नाइट ने The Washington Post को बताया है कि अगर आप 45 मिनट के लिए किसी काम से बाहर जाने के लिए मास्क पहन रहे हैं और फिर उतार देते हैं, तो इसे रीयूज करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अगर आप पूरे दिन मास्क पहने रहते हैं, तो इस तरह का मास्क दोबारा इस्तेमाल करना नुकसानदायक होगा.
5 बार से ज्यादा न पहनें N-95 मास्क
अपने पास एक से ज्यादा मास्क रखें और बदल-बदल कर इसे पहनें. लंबे वक्त तक एक ही मास्क पहनकर न रहें. अगर आप दिन में कुछ घंटों के लिए ही मास्क पहनते हैं, तो 4-5 दिन में यह गंदा हो जाएगा. सीडीसी के अनुसार, N-95 रेस्पिरेटर मास्क का उपयोग 5 बार से ज्यादा नहीं करना चाहिए.
इन बातों का रखें ख्याल
मास्क का उपयोग करने के बाद अपने हाथ जरूर धोएं. ईयरलूप्स या इलास्टिक बैंड को पकड़ते हुए मास्क उतारें. मास्क के बाहरी हिस्से को छूने से बचें.
कब फेंक देना चाहिए मास्क
माइकल जी नाइट के अनुसार, मास्क की जांच इसकी स्थिति और उसकी फिटिंग से की जा सकती है. अगर मास्क में कहीं से कट है, तो इसका इस्तेमाल न करें. गंदे मास्क का इस्तेमाल आपको नुकसान पहुंचाएगा. अगर मास्क पहनकर छींक आ रही हो तो ऐसा मास्क भी दोबारा न पहनें.
मास्क रखने का सही तरीका
विशेषज्ञों मास्क को पेपर बैग में रखने की सलाह देते हैं. ये मास्क रखने का साफ और सुरक्षित तरीका है. इससे मास्क में नमी नहीं आएगी और आप सूखे हुए मास्क का इस्तेमाल कर पाएंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. )