जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 : कांग्रेस टिकट बांटने को लेकर फाइनल स्टेज पर पहुंच चुकी है तो साथ ही संभावित उम्मीदवारों की धड़कनें भी तेज हो चुकी हैं। यही वजह है कि अधिकांश दावेदार दिल्ली से लेकर देहरादून तक पहुंच चुके हैं। डर है कि अंतिम चरण में चूके तो पांच साल तक कोई मौका मिलने वाला नहीं है। जबकि कई उम्मीदवार ऐसे भी हैं जो प्रदेश व शीर्ष नेतृत्व के चक्कर काटने के बजाय अपने क्षेत्र में डटे हुए हैं। इनमें उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा, पब्लिसिटी कमेटी के अध्यक्ष सुमित हृदयेश भी शामिल हैं।
कुछ सीटों पर प्रदेश नेतृत्व के पूरी तरह एकमत नहीं होने के कारण कांगे्रस हाईकमान को चेहरे घोषित करने में वक्त लग गया। हालांकि अब जल्द पूरी लिस्ट सार्वजनिक होने वाली है। क्योंकि, प्रदेश नेतृत्व के अलावा उन पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट को भी टिकट अहम माना जा रहा है, जिन्होंने एआइसीसी के निर्देश पर एक ही विधानसभा क्षेत्र में कई बार सर्वे करने के साथ दावेदारों से लेकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का मन भी टटोला था।
रानीखेत विधानसभा सीट से करन माहरा के अलावा किसी अन्य ने टिकट को लेकर आवेदन नहीं किया। जिस वजह से उन्हें कोई टेेंशन नहीं है। वहीं, हल्द्वानी सीट से दावेदारी करने वाले सुमित चुनाव को लेकर लोगों से मिलने में जुटे हैं। सोमवार को भी सीमित संख्या में पार्टी के लोगों संग उन्होंने चुनावी तैयारियों को लेकर चर्चा की। हालांकि अब जल्द ही भाजपा और कांग्रेस दोनों टिकट जारी कर सकते हैं।