Punjab Assembly Election 2022: आम आदमी पार्टी की तरफ से सीएम के चेहरे के ऐलान के बाद कांग्रेस पर दबाव बन गया है. सर्वे में सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी से काफी पीछे नजर आए.
चंडीगढ़: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के करीबी निखिल अल्वा ने बीते 19 जनवरी को एक ट्वीट करके लोगों से पंजाब (Punjab) कांग्रेस मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए ऑनलाइन वोट करने को कहा था. जिसमें उन्होंने चार ऑप्शन दिए थे पहला मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi), दूसरा नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu), तीसरा सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) और चौथा बिना चेहरे के चुनाव में उतरना. इस सर्वे के बाद अब कांग्रेस ने जनता की राय जानने के बाद ये साफ किया है कि लोग पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी को सबसे ज्यादा वोट दे रहे हैं.
ऑनलाइन सर्वे में चन्नी रहे सबसे आगे
आपको बता दें कि राहुल गांधी के करीबी निखिल अल्वा के ऑनलाइन पोल में ये सामने आया है कि पंजाब में कांग्रेस के सीएम चेहरे के लिए पहली पसंद चरणजीत सिंह चन्नी हैं और चन्नी मौजूदा सीएम भी हैं. ट्विटर पोल में चन्नी को सीएम चेहरे के लिए 60 फीसदी वोट मिले हैं. दूसरे नंबर पर महज 12 प्रतिशत वोट के साथ नवजोत सिंह सिद्धू हैं. तीसरे नंबर पर 10 फीसदी लोगों का कहना है कि पंजाब में कांग्रेस को बिना सीएम चेहरे के उतरना चाहिए. वहीं सुनील जाखड़ 9 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं. पिछली बार भी वो हिंदू चेहरा होने की वजह से सीएम नहीं बन सके थे.
सिद्धू दे रहे पंजाब मॉडल का हवाला
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू लगातार ये शोर मचा रहे हैं कि वो पंजाब को स्वर्ग बना सकते हैं और उनका कहना है कि उनके पास पंजाब के लिए रोडमैप है. उनके पास पंजाब मॉडल है, इससे वो कर्ज में डूबे राज्य को अपने पैरों पर खड़ा कर सकते हैं. वो लगातार सीएम चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि उनसे विपरीत राज्य के मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चेहरा चाहते हैं. मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर रंधावा और राणा गुरजीत सिंह ने तो इसकी खुली वकालत भी की है.
जातीय गणित को साधने में जुटी कांग्रेस
वहीं पंजाब कांग्रेस, सीएम के चेहरे की मांग के विपरीत चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ की संयुक्त लीडरशिप में चुनाव लड़ना चाहती है. इसके पीछे पंजाब का जातीय गणित है. पंजाब में 32 फीसदी दलित आबादी है, जिसके लिए चन्नी बड़ा फैक्टर हैं. 19 प्रतिशत जट्ट सिख वोट के लिए पंजाब कांग्रेस प्रधान सिद्धू और 38 फीसदी हिंदू वोट बैंक को जाखड़ के जरिए साधने की कोशिश है.
जातीय गणित को साधने के लिए कांग्रेस सीएम चेहरे की चर्चा तो कर रही है लेकिन घोषणा किसी के नाम की नहीं कर रही है. लेकिन आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा के बाद कांग्रेस पर काफी दबाव बन गया है इसीलिए राहुल गांधी के करीबी निखिल द्वारा सर्वे की रिपोर्ट आलाकमान को दे दी गई है और जनता के सामने भी इसे उजागर कर दिया गया है.
अब देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी द्वारा भगवंत मान के चेहरे की घोषणा के बाद आप को मिले लोगों के समर्थन को देखने के बाद पंजाब में कांग्रेस अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करती है या नहीं.