PUNJAB ELECTION 2022 : पंजाब के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर अमरिंदर सिंह राजा वारिंग उन मंत्रियों में शामिल हैं जो पिछले 5 साल में और अमीर हुए हैं. उनकी संपत्ति में 5 साल में 427 फीसदी का इजाफा हुआ है.
पंजाब में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं. सभी दलों के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. इसमें उनके आय और संपत्तियों का भी ब्योरा दिया गया है. नामांकन पत्रों के साथ दाखिल हलफनामे के मुताबिक पंजाब की कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की सपंत्ति में 2017 की तुलना में इजाफा हुआ है. वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की संपत्ति में गिरावट आई है. पंजाब में एक चरण में 20 फरवरी को मतदान कराया जाएगा.
पंजाब के किस मंत्री की संपत्ति सबसे अधिक बढ़ी
अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक पंजाब के जिन मंत्रियों की संपत्ति सबसे अधिक बढ़ी है, उसमें ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और गिद्दरबहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वारिंग का नाम सबसे आगे है. उन्होंने 2017 में घोषित किया था कि उनके और उनकी पत्नी के पास 2.8 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इस बार उन्होंने अपनी और अपने पत्नी की संपत्ति 14.78 करोड़ बताई है. इस तरह उनकी सपत्ति में पिछले 5 सालों में 427 फीसदी का इजाफा हुआ है. वारिंग की शैक्षणिक योग्यता हाई स्कूल है. उन्होंने 1995 में पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड से हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी.
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राना गुरमीत सिंह सोढी और उनकी पत्नी की संपत्ति में पिछले 5 सालों में करीब दो गुने का इजाफा हुआ है.उन्होंने 2017 में अपनी और पत्नी की संपत्ति 9.58 करोड़ रुपये दिखाई थी. इस साल के चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति 17 करोड़ दिखाई है. वो 2017 में कांग्रेस के टिकट पर गुरु हरसाही से जीते थे. कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद पिछले साल सितंबर में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था. बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. बीजेपी ने उन्हें फिरोजपुर शहर से उम्मीदवार बनाया है. सोढी ने 1970 में हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी.
पंजाब के वित्तमंत्री की संपत्ति कितनी बढ़ी
पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल और उनकी पत्नी की संपत्ति में भी भारी इजाफा हुआ है. साल 2017 के एफिडेविट के मुताबिक दोनों के पास 40.28 करोड़ की संपत्ति थी. उनकी संपत्ति पिछले 5 साल में बढ़कर 72.2 करोड़ रुपये की हो गई है. पिछला चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर बठिंडा शहर सीट से जीता था.
राज्य के उपमुख्यमंत्री ओमप्रकाश सोनी की संपत्ति में भी 55 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है. सोनी 2017 में अमृतसर सेंट्रल सीट से जीते थे. उस समय उन्होंने अपनी संपत्ति 18.28 करोड़ रुपये दिखाई थी. पांच साल बाद यह बढ़कर 28.34 करोड़ रुपये हो गई है. उन्होंने इंटर तक की पढ़ाई की है. उनका मुख्य व्यवसाय कृषि है.
पंजाब के मुख्यमंत्री की संपत्ति कितनी घटी
पंजाब के जल आपूर्ति मंत्री रजिया सुल्तान मलेरकोटला सीट से इस बार फिर चुनाव मैदान में हैं. वो राज्य के पूर्व आईपीएस अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा की पत्नी हैं. सुल्तान ने 2017 में अपनी संपत्ति 7.25 करोड़ बताई थी. साल 2022 के चुनाव में दाखिल हलफनामे के मुताबिक रजिया सुल्तान और उनके पति के पास 10.9 करोड़ रुपये की संपत्ति है. चरनजीत सिंह चन्नी ने जब पिछले साल सितंबर में मुख्यमंत्री का पद संभाला तो रजिया सुल्तान को ट्रांसपोर्ट मंत्री बना दिया गया. रजिया सुल्तान ने 1983 में हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी.
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस बार चमकौर साहिब और बहादुर से चुनाव लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री चन्नी पंजाब के ऐसे कांग्रेस नेता हैं, जिनकी संपत्ति पिछले पांच साल में घटी है. चुनाव आयोग में जमा कराए गए हलफनामे के मुताबिक चन्नी और उनकी पत्नी के 9.44 करोड़ रुपये की संपत्ति है. दोनों की संपत्ति में पिछले 5 सालों में करीब 35 फीसदी की गिरावट आई है. चन्नी पंजाब के सबसे पढ़े-लिखे नेताओं में शामिल हैं. कानून की पढ़ाई करने वाले चरणजीत सिंह चन्नी ने एमबीए भी किया है. वो इस समय पीएचडी कर रहे हैं.
अकाली नेता की संपत्ति भी हुई कम
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के असावा उनकी कैबिनेट में शामिल राना गुरजीत सिंह की सपंत्ति में भी गिरावट आई है. राना ने 2017 में अपनी संपत्ति 169 करोड़ रुपये की दिखाई थी. वह 2022 में घटकर 125 करोड़ रह गई है. इस तरह उनकी संपत्ति में 26 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वो इस कपूरथला से चुनाव मैदान में हैं.
इसी तरह अमृतसर पूर्व से पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बिक्रम सिंह मजीठिया की संपत्ति में भी गिरावट आई है. साल 2017 में उन्होंने 24.98 करोड़ की संपत्ति बताई थी. इस साल नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे के मुताबिक इस अकाली नेता और उनकी पत्नी के पास 11.84 करोड़ की सपंत्ति है.