जनवरी में देश का निर्यात 23.69 प्रतिशत बढ़कर 34.06 अरब डॉलर रहा था। संचयी रूप से चालू वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल-जनवरी के दौरान निर्यात 46.53 प्रतिशत बढ़कर 335.44 अरब डॉलर रहा। यह पिछले साल इसी अवधि में 228.9 अरब डॉलर था।
नई दिल्ली, पीटीआइ। पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश का निर्यात फरवरी के पहले सप्ताह (एक से सात फरवरी) में 28.51 प्रतिशत बढ़कर 8.67 अरब डॉलर रहा। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 8.67 अरब डॉलर प्रति सप्ताह इस साल औसत साप्ताहिक दर 7.0 अरब डॉलर से लगभग 20 प्रतिशत अधिक है। जनवरी में देश का निर्यात 23.69 प्रतिशत बढ़कर 34.06 अरब डॉलर रहा था। संचयी रूप से चालू वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल-जनवरी के दौरान निर्यात 46.53 प्रतिशत बढ़कर 335.44 अरब डॉलर रहा। यह पिछले साल इसी अवधि में 228.9 अरब डॉलर था।
दिसंबर में निर्यात 38.91 प्रतिशत बढ़कर 37.81 अरब डॉलर हुआ
बता दें कि दिसंबर 2021 में देश का निर्यात सालाना आधार पर 38.91 प्रतिशत बढ़कर 37.81 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। ये वृद्धि इंजीनियरिंग, कपड़ा और रसायन जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से है। व्यापार घाटा बढ़कर 21.68 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। दिसंबर 2021 में आयात भी 38.55 प्रतिशत बढ़कर 59.48 अरब डॉलर हो गया। अप्रैल-दिसंबर 2021-22 के दौरान, निर्यात 49.66 प्रतिशत बढ़कर 301.38 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। इस अवधि के दौरान आयात 68.91 प्रतिशत बढ़कर 443.82 अरब डॉलर हो गया, जिससे व्यापार घाटा 142.44 अरब डॉलर रहा। दिसंबर 2021 में मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट 37.81 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो दिसंबर 2020 में 27.22 अरब अमेरिकी डॉलर की तुलना में 38.91 प्रतिशती की सकारात्मक वृद्धि दर्शाता है। दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2021 में निर्यात में 39.47 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।
नवंबर में वस्तुओं का निर्यात पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 26.49 प्रतिशत और नवंबर, 2019 के मुकाबले 15.93 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि नवंबर के आयात में पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 57.18 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। इस वजह से व्यापार घाटे में 128 प्रतिशत की बड़ी बढ़ोतरी देखी गई। इलेक्ट्रानिक्स वस्तुओं के निर्यात में 29.83 प्रतिशत, प्लास्टिक निर्यात में 42.80, समुद्री उत्पाद में 28.53, केमिकल्स में 32.54, कॉटन यार्न, फैब्रिक में 40.72 और सभी प्रकार के रेडीमेड गारमेंट्स में 2.72 प्रतिशत की उछाल देखा गया। नवंबर में सोने के आयात में पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 39.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।