शेयर बाजार आज उस तरह की अस्थिरता का अनुभव कर रहे हैं जो निवेशकों को परेशान कर रहा है। महामारी महंगाई की चिंता अमेरिकी ट्रेजरी के यील्ड में उछाल अस्थिर जिंसों की कीमतें समेत अन्य कारण निवेशकों को अधिक सावधान रहने की जरूरत बताते हैं।
नई दिल्ली, डीपी सिंह। मल्टीकैप फंड्स में निवेशकों की काफी दिलचस्पी देखने को मिल रही है। एएमएफआइ डेटा के अनुसार दिसंबर 2021 में इस श्रेणी में 10,576 करोड़ की बड़ी आवक दर्ज की गई, जो अन्य इक्विटी म्यूचुअल फंड श्रेणियों की तुलना में अधिक थी। मल्टीकैप फंड्स कैटेगरी ने बीते एक साल में औसतन 40 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
शेयर बाजार आज उस तरह की अस्थिरता का अनुभव कर रहे हैं, जो निवेशकों को परेशान कर रहा है। महामारी, महंगाई की चिंता, अमेरिकी ट्रेजरी के यील्ड में उछाल, अस्थिर जिंसों की कीमतें समेत अन्य कारण निवेशकों को अधिक सावधान रहने की जरूरत बताते हैं। हालांकि, यह अनिश्चितता इसके पैसा कमाने के अवसरों के बिना नहीं है। जहां कुछ कंपनियां ऐसी आर्थिक परिस्थितियों में खराब होती हैं, वहीं अन्य फलती-फूलती हैं। स्टॉक मार्केट में अस्थिरता को प्रबंधित करने और इन अवसरों को अनुकूलित करने का एक तरीका मल्टीकैप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करके विविधीकरण की स्थिति को हासिल करना है।
मल्टीकैप फंड्स एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जो एक मजबूत शोध प्रक्रिया के माध्यम से लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों में से प्रत्येक में कम से कम 25% निवेश करती है। इसका मतलब यह है कि किसी भी बाजार के माहौल में, चाहे तेजी हो या गिरावट, लार्ज कैप की स्थिरता और मिड और स्मॉल कैप की उच्च विकास क्षमता पोर्टफोलियो को संतुलित करने और रिटर्न का मार्ग प्रशस्त करने में मदद करती है। साथ ही, इससे गिरावट वाले बाजार में नकारात्मक जोखिम सीमित हो सकते हैं।
मिलेनियल्स और पहली बार के निवेशकों (जो 5 साल से अधिक की निवेश अवधि के साथ, मार्केट कैप का एक निष्पक्ष अनुभव चाहते हैं) के लिए मल्टीकैप फंड्स एक अच्छा विकल्प हैं। इसके अलावा एकल समाधान की तलाश में बाजार पूंजीकरण में कई निवेश करने वाले निवेशक, डायरेक्ट इक्विटी निवेशक (जिनके पास समय नहीं है या जिनके पास सीमित समझ नहीं है), लंबी अवधि वाले निवेशक, जो धन सृजन करते हुए और संभावित रूप से बेहतर रिस्क रिटर्न ट्रेड ऑफ (जोखिम में इजाफा होने के साथ संभावित रिटर्न में इजाफा) के साथ अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करना चाहते हैं और अनुभवी निवेशकों के लिए भी यह एक बेहतर विकल्प है।
मल्टीकैप फंड्स स्वाभाविक रूप से डाइवर्सिफाइड होते हैं क्योंकि वे विभिन्न बाजार पूंजीकरण, यानी लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉल कैप के शेयरों में निवेश करते हैं। इस कैटेगरी को अपनी रणनीति में जो बात सबसे अलग बनाती है, वह यह है कि तीन कैप में से प्रत्येक में न्यूनतम 25% निवेश करना अनिवार्य है। शेष 25% फंड हाउस अपने विवेक के अऩुसार निवेश कर सकते हैं। मल्टीकैप फंड में निवेश करने से आपको बाजार के सभी क्षेत्रों में निवेश हासिल करने में मदद मिलती है, चाहे बाजार का चक्र कुछ भी हो। फंड का लार्ज कैप हिस्सा तुलनात्मक रूप से कम गिरावट जोखिम के साथ स्थिरता प्रदान करता है, वहीं मिड कैप विकास और स्थिरता का संतुलन प्रदान करता है और स्मॉल कैप निवेश लंबी अवधि में पोर्टफोलियो के प्रदर्शन को बढ़ावा देता है।
मल्टीकैप फंड्स क्यों?
मल्टीकैप फंड्स को चुनने वाले निवेशक द्वारा एकल फंड के माध्यम से पूरे बाजार तक पहुंच संभव है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से आकर्षक है जो रणनीति के साथ फंड्स में निवेश करने के उलट एक एकल वित्तीय समाधान के माध्यम से इक्विटी बाजार में समेकित निवेश की तलाश कर रहे हैं। साथ ही, किसी भी स्थिति में, प्रत्येक मार्केट कैप का प्रदर्शन या रिटर्न क्षमता अलग-अलग होगी। इसके अलावा, प्रत्येक मार्केट कैप के भीतर भी, व्यक्तिगत कंपनी की विकास संभावनाओं के आधार पर स्टॉक का प्रदर्शन भिन्न हो सकता है और फंड मैनेजर का उद्देश्य प्रत्येक मार्केट कैप से सर्वोत्तम विचारों में निवेश करना है। इसलिए, बाजार पूंजीकरण में विविधता लाने से अस्थिरता को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलती है क्योंकि यह एक मार्केट कैप के अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन को दूसरे के अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन से प्रबंधित करता है।
कुल मिलाकर, मल्टी-कैप फंड्स रिस्क-रिटर्न ट्रेड-ऑफ की पेशकश करते हैं, निवेशकों को नकारात्मक पक्ष से सुरक्षित रखते हैं और साथ ही शानदार रिटर्न देते हैं। ये फंड्स उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं, जो उच्च जोखिम लेने की क्षमता और लंबी अवधि के निवेश परिदृश्य वाले हैं। यह एक ही परिसंपत्ति वर्ग के भीतर विविधीकरण प्रदान करते हैं।