देश के पहले सुपरहीरो ‘शक्तिमान’ (Shaktimaan) पर अब फिल्म बनने जा रही है। वैसे तो इसे लेकर काफी समय से चर्चा थी। आखिरकार सोनी पिक्चर्स इंटरनेशनल प्रोडक्शन्स ने एक टीजर शेयर कर इसकी पुष्टि कर दी है। 90 के दशक में जो बच्चे बड़े हुए उनके लिए ’शक्तिमान’ के साथ कई यादें जुड़ी हुई हैं। जैसे ही इसका टीजर सामने आया सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई। जब दूरदर्शन पर यह शो प्रसारित होता था तब मुकेश खन्ना मुख्य भूमिका में थे। वह डबल रोल में थे। उस वक्त खासकर बच्चों के बीच शो का जबरदस्त क्रेज था। इतनी लोकप्रियता के बावजूद ’शक्तिमान ’ को बीच में बंद कर दिया गया। शो की कहानी पूरी नहीं हुई थी। तो आखिरकार क्या वजह थी कि मुकेश खन्ना ने इसे अचानक बंद करने का फैसला लिया जबकि उस वक्त यह टॉप शोज की लिस्ट में था।
क्यों बंद करना पड़ा शो
‘शक्तिमान‘ की लोकप्रियता के साथ कई जगह से ऐसी खबरें आने लगी थीं कि ‘शक्तिमान‘ की तरह घूमते हुए किसी बच्चे को चोट लग गई तो कोई छत से नीचे गिर गया। उस वक्त शो को बंद करने की मांग भी होने लगी थी। हालांकि ऐसा कुछ साबित नहीं हुआ। मुकेश खन्ना ने इससे इनकार किया कि कुछ लोगों का कहना था कि बच्चे घायल हो गए इस वजह से शो बंद कर दिया गया। बच्चों के घायल होने की खबरें सही नहीं थीं और ना ही इस वजह से शो को बंद किया गया बल्कि बल्कि यह तो शो और दूरदर्शन के बीच का मामला था।
नॉन प्राइम टाइम का मिला था स्लॉट
अपने यूट्यूब चैनल पर मुकेश खन्ना ने बताया कि ‘मैं दूरदर्शन के डीजी से मिलने गया उन्हें शक्तिमान का कॉन्सेप्ट बहुत पसंद आया था। उन्होंने शनिवार की सुबह का टाइम स्लॉट दिया। उस वक्त ज्यादातर 26 एपिसोड या बहुत हुआ तो 52 एपिसोड दिए जाते थे। मैंने कहा शनिवार को सुबह कुछ स्कूल खुले होते हैं, कुछ बंद होते हैं, ये बच्चों का शो था तो उससे दिक्कत आएगी। मैंने उन्हें शनिवार के साथ रात का एक स्लॉट देने के लिए कहा तो डीजी मान गए और मुझे शनिवार को दिन में 11.30 से 12.30 बजे और मंगलवार को 10.30 से 11.30 रात बजे का स्लॉट मिल गया। शक्तिमान दिखाने के बाद नॉन प्राइम टाइम भी प्राइम टाइम बन गया था।‘
फीस पर अटकी बात
मुकेश बताते हैं कि ‘उस वक्त इस स्लॉट की कीमत 3.80 लाख थी। 150-200 एपिसोड चला। फिर उन्होंने कहा कि क्यों आप नॉन प्राइम टाइम कर रहे हैं, संडे को क्यों नहीं करते? मैं मान गया कि संडे करते हैं। मुझे पता चला संडे के एपिसोड की कीमत 7.80 लाख थी। फिर भी मैंने चलाया कि चलो देखते हैं। 104 एपिसोड हुए तो मुझे पता चला 10.80 लाख फीस हो गई। मैंने उनसे कहा कि ये तो सफलता की कीमत चुकाना है। 3 लाख, 7 लाख तक समझ आता है फिर 10 लाख बहुत ज्यादा था। मुझे पता चला कि वे इसे 16 लाख करने वाले हैं। इसे लेकर मैंने प्रोटेस्ट भी किया… सर यह तरीका सही नहीं है कि कोई सफल होता है तो उसके साथ ऐसा किया जाए।‘
बढ़ती फीस की वजह से हो रहा था घाटा
शो की बढ़ती कीमत को देखते हुए मुकेश खन्ना को ‘शक्तिमान’ से घाटा होने लगा था। इस वजह से उन्होंने इसे बंद करने का फैसला ले लिया और ‘शक्तिमान’ की कहानी भी अधूरी रह गई। 2004 में ‘शक्तिमान’ को बंद कर दिया गया।