उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है. दरअसल, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) जमा पर ब्याज दरें अगले महीने तय की जाएंगी.
नई दिल्ली: भारत सरकार जल्द ही करीब 24 करोड़ खाताधारकों को खुशखबरी सुनाने वाली है. उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है. दरअसल, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) जमा पर ब्याज दरें अगले महीने तय की जाएंगी.
जल्द होगा फैसला
आपको बता दें कि इस पर फैसला केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) लेता है. जिसकी बैठक अगले महीने होने जा रही है. इस बैठक में चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज दरों पर फैसला किया जाएगा. केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, ‘EPFO के केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक मार्च में गुवाहाटी में होगी, जिसमें 2021-22 के लिए ब्याज दरों तय करने का प्रस्ताव सूचीबद्ध है.’
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पत्रकारों के सवाल पर ये बोले CBT प्रमुख
जब उनसे यह पूछा गया कि कि क्या EPFO 2021-22 के लिए भी 2020-21 की तरह 8.5% की ब्याज दर को कायम रखेगा? उन्होंने कहा कि यह फैसला अगले वित्त वर्ष के लिए आमदनी के अनुमान के आधार पर किया जाएगा. आपको बता दें कि भूपेंद्र यादव सीबीटी के प्रमुख हैं.
पिछले 10 सालों का ऐसा है आंकड़ा
गौरतलब है कि CBT की ओर से ब्याज दर पर फैसला लेने के बाद इसे वित्त मंत्रालय की अनुमति के लिए भेजा जाता है. मार्च- 2020 में EPFO ने भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर को घटाकर 2019-20 के लिए 8.5% के 7 साल के निचले स्तर पर ला दिया था.
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- 2018-19 में 8.65% ब्याज
- 2017-18 में 8.65% ब्याज
- 2016-17 में 8.65% ब्याज
- 2015-16 में 8.8% ब्याज
- 2014-15 में 8.75% ब्याज
- 2013-14 में 8.75% ब्याज
- 2012-13 में 8.5% ब्याज
- 2011-12 में 8.25% ब्याज
गौरतलब है कि अभी हाल में EPFO ने अपने ट्विटर हैंडल पर बताया कि उसने वित्त-वर्ष 2020-21 के लिए 24 करोड़ अधिक PF खातों में ब्याज जमा कर दिया है. संगठन ने 8.5 फीसदी के हिसाब से ब्याज दिया है.