गुजरे जमाने की जानी-मानी एक्ट्रेस रहीं नलिनी जयवंत (Nalini Jaywant) का आज जन्मदिन है। नलिनी अपने समय की खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक थीं। उनकी तुलना मधुबाला से होती थी। अपने करियर में नलिनी ने एक से बढ़कर एक फिल्में कीं। नलिनी का जन्म 18 फरवरी, 1926 को मुंबई में हुआ था। नलिनी जयवंत रिश्ते में काजोल की नानी शोभना समर्थ की फर्स्ट कजिन थीं। यानी नूतन और तनुजा की मां।उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट डेब्यू किया था। उस वक्त नलिनी की उम्र 14 साल थी।
नलिनी जयवंत (Nalini Jaywant) ने साल 1941 में महबूब खान की फिल्म ‘बहन’ से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। देव आनंद से लेकर दिलीप कुमार उनके हीरो हुआ करते थे और उनके काम के कायल थे। खूसूरती ऐसी की हर कोई उन्हें देखता रह जाए। नलिनी की मुस्कान लोगों को बहुत अच्छी लगती थी लेकिन अफसोस इस बात का है कि वे जिंदगी पर झूठी हंसी अपने चेहरे पर लिए रहीं।
नलिनी कहती थीं ऐसे बहुत से गम होते हैं जो दिखते नहीं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वे दुखते नहीं। नलिनी जयवंत को शोहरत मिली 1950 में आई फिल्म संग्राम से। नलिनी की जिंदगी में खुशियां बहुत कम और गम बहुत ज्यादा थे। उन्होंने दो शादियां कीं, उनके पहले पति थे वीरेन्द्र देसाई और वो डायरेक्टर थे। नलिनी ने दूसरी शादी की एक्टर प्रभु दयाल के साथ।
दो शादियों के बाद भी नलिनी मां नहीं बनीं। इसका गम उन्हें जिंदगी भर रहा। दो शादियों के बाद भी नलिनी मां नहीं बनीं। इसका गम उन्हें जिंदगी भर रहा। चेंबूर के यूनियन पार्क में उनका एक आलीशान बंगला था। जिसमें आए दिन पार्टियां की जाती थीं लेकिन अफसोस आखिरी समय में उनके साथ कोई नहीं था। 84 साल की उम्र वो अपने आख़िरी समय में बिल्कुल अकेली थीं। उनकी मौत भी एक रहस्य ही थी।
एक से एक हिट फ़िल्में देने वाली नलिनी ने खुद को दुनिया से बिल्कुल अलग-थलग कर लिया था। 20 दिसंबर, 2010 को नलिनी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसी आशीशान बंगले में जहां कभी पार्टी करने के लिए लोग जमा होते थे। पड़ोसियों को भी उनकी मौत की खबर नहीं लगी। उनकी मौत के दिन दिन बाद एक एंबुलेंस आई और उनकी लाश लेकर चली गई। उनका अंतिम संस्कार कब हुआ किसने किया ये किसी को पता नहीं।