उत्तराखंड रोडवेज की बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। यात्री बस में क्रेडिट या डेबिट कार्ड और स्मार्ट फोन के जरिये भी किराए का भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए रोडवेज ने 150 मशीनें खरीदी हैं। टच स्क्रीन वाली इन मशीनों में एटीएम कार्ड स्वैप करने की सुविधा है।
साथ ही यूपीआई क्यूआर कोड को स्कैन करके भी किराया दे सकते हैं।रोडवेज बसों में अभी तक ई-टिकट की सुविधा थी, लेकिन किराया यात्रियों को कैश में ही देना पड़ता था। अब रोडवेज कैशलेश किराया की सुविधा भी शुरू करने जा रहा है। इसके लिए रोडवेज ने एक कंपनी की दस मशीनों का ट्रायल किया है। ट्रायल सफल होने के बाद रोडवेज ने 150 मशीनें किराया पर ली हैं।
पहले चरण में यह सुविधा देहरादून डिपो की बसों में शुरू होने जा रही हैं। इस डिपो की बसें कुमाऊं के साथ ही बाहरी राज्यों के रूटों पर चलती हैं। इसमें सबसे ज्यादा बसें दिल्ली रूट पर हैं। मशीन में किराये के तीन ऑप्शन : नई मशीन में किराये के तीन ऑप्शन हैं। यात्री कैश के साथ ही डेबिट कार्ड स्वैप करवाकर भी किराया दे सकते हैं। साथ ही यूपीआई क्यूआर कोड अपने स्मार्ट फोन से स्कैन करके भी किराया दे सकते हैं।
एक मशीन का किराया 450 रुपये महीना
निगम आर्थिक संकट से जूझ रहा है। रोडवेज ने सभी मशीनें एक कंपनी से किराए पर ली हैं। एक मशीन का किराया 450 रुपये महीना है। ऐसे में यदि सभी बसों के लिए मशीनें किराया पर लेता है तो हर महीने करीब दो लाख किराया देना पड़ सकता है।
बसों में यात्रियों की संख्या होगी ट्रैक
इस मशीन का एक और फायदा यह भी है, जैसे ही यात्री किराया का भुगतान करेगा, देहरादून मुख्यालय में बैठे रोडवेज के अधिकारियों को यह पता चल जाएगा। ऐसे में किसी भी समय किसी बस में यात्रियों की संख्या ट्रैक की जा सकती है।
हमने अभी देहरादून डिपो के लिए 150 मशीनें ली हैं। इसमें डेबिट कार्ड और यूपीआई कोड से किराया भुगतान की सुविधा है। देहरादून डिपो में मशीनों का वितरण शुरू हो गया। 31 मार्च तक सभी डिपो में सुविधा शुरू जाएंगी।
दीपक जैन, महाप्रबंधक (संचालन), रोडवेज