बैंक खातों की जानकारी लीक होने की खबरों के बाद लगे आरोपों को क्रेडिट सुइस (CSGN.S) ने खारिज कर दिया है। बैंक ने कहा कि लीक हुआ डाटा आंशिक गलत या चुनिंदा जानकारी पर आधारित है। बैंक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को दृढ़ता से खारिज किया है।
विएना, रॉयटर्स। क्रेडिट सुइस (CSGN.S) ने बैंक के खातों की जानकारी लीक होने की खबरों के बीच खुद के ऊपर लगे गलत काम करने के आरोपों को खारिज किया है। क्रेडिट सुइस ने कहा कि आरोपों को “दृढ़ता से खारिज” करता है। बता दें कि एक व्यक्ति ने 1940 से 2010 के बीच के खातों की जानकारी जर्मन अखबार Süddeutsche Zeitung को लीक की थी। इसके बाद इस अखबार ने यह जानकारी ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट और 46 अन्य समाचार संगठनों के साथ साझा की। इनमें जिसमें न्यूयॉर्क टाइम्स, ब्रिटेन का द गार्डियन और फ्रांस का ले मोंडे शामिल हैं।
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मीडिया आर्टिकल्स में आरोप लगाया गया है कि बैंक के ग्राहकों में मानवाधिकारों का हनन करने वाले और प्रतिबंधित व्यवसायी थे। क्रेडिट सुइस ने ऐसी रिपोर्ट के जवाब में जारी एक बयान में कहा, “क्रेडिट सुइस बैंक की कथित व्यावसायिक प्रथाओं के बारे में आरोपों और आक्षेपों को दृढ़ता से खारिज करते हैं।” इसमें आगे कहा गया, “प्रस्तुत मामले मुख्य रूप से ऐतिहासिक हैं … और इन मामलों के खाते संदर्भ से बाहर ली गई आंशिक, गलत, या चुनिंदा जानकारी पर आधारित हैं, जिसके परिणामस्वरूप बैंक के व्यापार आचरण की प्रवृत्तिपूर्ण व्याख्याएं हो ही हैं।”
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बैंक ने कहा कि उसे पिछले तीन हफ्तों में कंसोर्टियम से “कई इन्क्वायरी” मिली हैं और कई खातों की समीक्षा की गई है। बैंक ने बयान में आगे कहा, “समीक्षा किए गए खातों में से लगभग 90% आज बंद हैं या इस बंध में सवाल पूछे जाने से पहले बंद होने की प्रक्रिया में थे, जिनमें से 60% से अधिक 2015 से पहले बंद कर दिए गए थे।”
बैंक ने कहा, “शेष सक्रिय खातों को लेकर, हम इस बात से सहज हैं कि हमारे वर्तमान ढांचे के अनुरूप उचित सावधानी, समीक्षा और नियंत्रण संबंधी अन्य कदम उठाए गए हैं।” क्रेडिट सुइस ने कहा, “हम मामलों का विश्लेषण करना जारी रखेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो अतिरिक्त कदम उठाएंगे।”