ईपीएफओ ने साल दिसंबर 2020 के मुकाबले दिसंबर 2021 में शुद्ध आधार पर जोड़े गए सदस्यों में 16.4 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की। दिसंबर 2021 में ईपीएफओ ने कुल 14.6 लाख सदस्य जोड़े। दिसंबर 2020 के दौरान शुद्ध आधार पर 12.54 लाख सदस्य बनाए थे।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ ने दिसंबर 2021 में शुद्ध आधार पर 14.6 लाख सदस्य बनाए, जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 16.4 प्रतिशत अधिक है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के रविवार को जारी अस्थायी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार, ईपीएफओ ने दिसंबर 2020 के दौरान शुद्ध आधार पर 12.54 लाख सदस्य बनाए थे।
श्रम मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि नवंबर 2021 के मुकाबले दिसंबर 2021 में शुद्ध आधार पर सदस्यों की संख्या में 19.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं, नवंबर माह में शुद्ध आधार पर बनाए गए सदस्यों के लिए जनवरी 2021 में जारी किए गए 13.95 लाख के अनंतिम अनुमानों को संशोधित कर 12.17 लाख कर दिया गया था।
ये भी पढ़ें: Credit Card Limit बढ़ाने से बढ़ सकता है क्रेडिट यूटीलाइजेशन रेश्यो, जानिए बढ़ी क्रेडिट लिमिट के फायदे और नुकसान
दिसंबर 2021 में वास्तविक आधार पर जोड़े गए कुल 14.60 लाख सदस्यों में से 9.11 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के तहत नामांकित किया गया है। लगभग 5.49 लाख नेट सदस्य निकल गए थे लेकिन फिर ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता जारी रखने का विकल्प चुना। उन्होंने अंतिम निकासी का विकल्प चुनने के बजाय पीएफ को पिछली संस्थान से वर्तमान संस्थान में ट्रांसफर करा लिया।
ये भी पढ़ें: 7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों को होली का तोहफा! सरकार दे रही 10,000 रुपये एडवांस, ऐसे उठाएं फायदा
बयान में कहा गया कि ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या जुलाई 2021 से घट रही है। वहीं, आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक नामांकन 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में हुआ। दिसंबर 2021 में इस उम्र के कुल 3.87 सदस्य ईपीएफओ से जुड़े हैं। 18-21 आयु वर्ग ने भी लगभग 2.97 लाख शुद्ध नामांकन के साथ वृद्धि दर्ज की।
दिसंबर, 2021 में 18-25 वर्ष के आयु समूहों ने कुल शुद्ध सदस्यों ने वृद्धि में लगभग 46.89 प्रतिशत का योगदान दिया है। दिसंबर 2021 में वास्तविक आधार पर जोड़े गए कुल सदस्यों में महिलाओं की हिस्सेदारी लगभग 20.52 प्रतिशत रही है।