हिंदू धर्म में झाड़ू को विशेष महत्व दिया गया हैं. मान्यता है कि इसमें मां लक्ष्मी का वास होता है. शास्त्रों के मुतबिक इसे खरीदने, रखने और इस्तेमाल करने के खास नियम बताए गए हैं.
नई दिल्ली: झाड़ू एक ऐसा समान है जिसका इस्तेमाल अमूमन हर घर में किया जाता है. साफ-सफाई के लिए इस्तेमाल की जाने वाली झाड़ू घास, प्लास्टिक, सींख या फाईबर की होती है. शास्त्रों में झाड़ू से जुड़े कई निमय बताए गए हैं. समलन इसमें पैर नहीं लगाना चाहिए. साथ ही इसे घर के दरवाजे पर नहीं रखना चाहिए. इसके अलावा भी झाड़ू से जुड़े कुछ खास नियम हैं. आगे जानते हैं झाड़ू से जुड़े कुछ खास नियम.
लक्ष्मी का प्रतीक है झाड़ू
हिंदू धर्म में झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है. ऐसे में पुरानी या खराब झाड़ू गुरुवार या शुक्रवार के दिन घर से बाहर नहीं निकालना चाहिए. ऐसा इसलिए, क्योंकि गुरुवार और शुक्रवार क्रमशः भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी से संबंध रखते हैं. इस दिन घर के झाड़ू निकालने पर मां लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं. इसके अलावा भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त नहीं होती है. वहीं झाड़ू पर पैर रखना या लांघना अशुभ माना जाता है.
किस दिन खरीदें झाड़ू?
शास्त्रों के अनुसार झाड़ू खरीदने के लिए मंगलवार या शनिवार का दिन उत्तम और शुभ है. ऐसा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है. साथ ही घर संपन्ता आती है. इतना ही नहीं मां लक्ष्मी की भी कृपा हमेशा बनी रहती है. वहीं झाड़ू खरीदने के लिए वार के अलावा पक्ष का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए. ऐसे में कृष्ण पक्ष में झाड़ू खरीदना अच्छा रहता है.
कहां रखना चाहिए झाड़ू?
शास्त्रों के मुताबिक झाड़ू को घर में ऐसे स्थान पर रखना चाहिए कि जहां किसी की नजर न जाए. झाड़ू को बिस्तर के नीचे बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए. वहीं सूर्यास्त के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं.