यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच ट्विटर ने फुटेज व सूचनाएं साझा करने वाले कई शोधकर्ताओं के अकाउंट अचानक ब्लाक कर दिए। हालांकि उसने बाद में कहा कि ऐसा गलती से हुआ है। ट्विटर के साइट इंटीग्रिटी प्रमुख ने बताया कंपनी की ह्यूमन माडरेशन टीम से चूक हुई है।
नई दिल्ली, आइएएनएस: यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच ट्विटर ने फुटेज व सूचनाएं साझा करने वाले कई शोधकर्ताओं के अकाउंट अचानक ब्लाक कर दिए। हालांकि, उसने बाद में कहा कि ऐसा गलती से हुआ है।
करीब 24 घंटे तक ब्लाक रहे अकाउंट
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (ओएसआइएनटी) के शोधकर्ता ओलिवर एलेक्जेंडर ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, ‘पिछले 24 घंटे के दौरान दो बार ब्लाक किए जाने के बाद पुन: लौट आया हूं। पहली बार तोड़फोड़ / गैस हमले का पर्दाफाश करने पर और दूसरी बार रूस में यूक्रेन के हमले से संबंधित सच्चाई सामने लाने पर। ट्विटर को ऐसे ब्लाक के खिलाफ कोई कार्रवाई करनी चाहिए।’ ओएसआइएनटी के एक अन्य शोधकर्ता कायल ग्लेन का अकाउंट भी 12 घंटे तक ब्लाक रहा।
कंपनी की ह्यूमन माडरेशन टीम से हुई चूक
ट्विटर ने गुरुवार को कहा कि उसने गलती से रूसी सैन्य गतिविधियों से संबंधित सूचनाएं साझा करने वाले कुछ अकाउंट को ब्लाक कर दिया है। ट्विटर के साइट इंटीग्रिटी के प्रमुख योएल रोथ ने एक ट्वीट में कहा कि कंपनी की ह्यूमन माडरेशन टीम से चूक हुई है। उन्होंने लिखा, ‘भ्रम फैलाने वाली सामग्री पर तत्परता के साथ अंकुश लगाने के प्रयासों के बीच भूलवश कई अकाउंट ब्लाक हो गए। हम इस परेशानी को दूर करने का काम कर रहे हैं और प्रभावित लोगों से सीधे संपर्क कर रहे हैं।’