चंड़ीगढ़. यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे तनाव के बीच अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जानकारी दी कि वहां पर राज्य के करीब 2 हजार लोग फिलहाल फंसे हुए हैं और वतन वापसी की कोशिश में हैं. सीएम ने कहा कि हम उन्हें जल्द से जल्द वापस देश लाने का प्रयास कर रहे हैं और इस संबंध में विदेश मंत्रालय से भी विस्तार से बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि इसके लिए हम लोगों ने एक Whatsapp No. 9212314595 भी जारी किया है. जिस पर संपर्क कर उनके रिश्तेदार सूचना प्राप्त कर सकते हैं.
सीएम मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान इस बात की जानकारी दी. इस दौरान सीएम ने कहा कि प्रदेश में युवा लगातार नशे की चपेट में आते जा रहे हैं और इस संबंध में उनकी और गृह मंत्री की एक मीटिंग भी हुई. जिसमें ये सामने आया कि हरियाणा के 10 जिले नशे की चपेट में बुरी तरह से आ गए हैं. उन्होंने बताया कि एंटी नारकोटिक्स ड्रग्स का एक ब्यूरो भी बनाया गया है जिसका मुख्यालय पंचकुला में रखा गया है.
पाकिस्तान से होती है सप्लाई
सीएम खट्टर ने बताया कि ड्रग्स पाकिस्तान से सप्लाई होती है और पंजाब के रास्ते हरियाणा तक पहुंचती है. उन्होंने कहा कि हमने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है. अब सरकार एक विशे अभियान चलाने जा रही है. गांव और वार्ड तक सरकार जाएगी, पता किया जाएगा कि कौन नशा कर रहा है और कौन इसे बेच रहा है. उन्होंने कहा कि इस पूरे काम में जनता की भी भागीदारी ली जाएगी और हर टीम में पांच सरकारी अधिकारियों के साथ ही पांच जनता के चुने प्रतिनिधि होंगे. इस अभियान को चार महीने तक चलवाया जाएगा. साथ ही नशे की गिरफ्त में आ चुके लोगों को पुर्नवास केंद्र में भर्ती करवाकर मुख्य धारा में लाया जाएगा.
मामले की तह तक जाएंगे
इस दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस संबंध में हमने एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. कोई भी व्यक्ति इस कारोबार से जुड़ी सूचना दे सकता है. कोई भी केस पकड़ में आएगा तो उसकी तह तक जाएंगे और आरोपियों को पकड़ेंगे. विज ने कहा कि हरियाणा को पूरी तरह से नशा मुक्त करना है और इसके लिए पूरी पुलिस फोर्स को भी लगाना पड़े तो हम ऐसा करेंगे. साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि अब तक राज्य में 18937 छापे मारे जा चुके हैं. नशे का कारोबार करने वालों की प्रॉपर्टी को भी अटैच कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने बदमाशों को चेतावनी दी कि या तो बदमाशी छोड़ दो या हरियाणा छोड़ दो.