रूस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए सीजफायर का एलान कर दिया है. भारती समय के अनुसार 11.30 सीजफायर लागू होगा. हालांकि ये केवल यूक्रेन के दो शहरों में लागू होगा.
रूस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए सीजफायर का एलान कर दिया है. भारतीय समय के अनुसार 11.30 सीजफायर लागू होगा. हालांकि ये केवल यूक्रेन के दो शहरों में लागू होगा. ये दो शहर मारियुपोल और वोल्नोवाखा हैं जहां सीजफायर को लागू किया जाएगा. बता दें, जंग के बीच ये बड़ी पॉजिटिव खबर मानी जा सकती है क्योंकि इससे भारतीयों को निकलने में खास मदद मिलेगी.
सरकार का मानना है कि यूक्रेन में 2500 छात्र अब भी फंसे हुए हैं. वहीं, अगर ये ग्रीन कॉरिडोर बन जाता है तो ये उन फंसे छात्रों को सुरक्षित निकालने में काफी मदद करेगा. बता दें, इससे केवल भारतीय छात्रों को नहीं बल्कि हर उस शख्स को मदद मिलेगी जो इस युद्ध के चलते यूक्रेन में फंसा हुआ है.
यूक्रेन के कई शहरों को रूस की सेना ने बनाया निशाना
बता दें, आज लगातार 10वें दिन भी जारी है. इन बीते 10 दिनों में राजधानी कीव समेत यूक्रेन के कई शहरों को रूस की सेना ने निशाना बनाया है. रूस ने यूक्रेन के शहरों को खंडहरों में तब्दील कर दिया है. इस युद्ध के कारण यूक्रेन के लाखों लोग बेघर हो गए. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि 24 फरवरी को रूस के हमले शुरू होने के बाद से यूक्रेन में कम से कम 331 नागरिकों के मारे जाने और 675 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है, हालांकि वास्तविक संख्या बहुत अधिक होने की संभावना है.
यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सैनिक पहुंच चुके
राजधानी कीव के अलावा यूक्रेन के कई शहरों में रूसी सैनिक पहुंच चुके हैं. रूसी सैनिक यूक्रेन के शहरों को अपने कब्जे में ले रहे हैं या उसे खंडहर बना दे रहे हैं. रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव को चारों तरफ से घेर रही है. युद्ध शुरू होने के बाद से ही रूसी सेना कीव पर हमले कर रही है. ऐसे में राजधानी कीव में कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई. राजधानी कीव में फिर हवाई हमले का अलर्ट जारी किया गया है. लगातार लोगों को अलर्ट करने के लिए सायरन बजाया जा रहा है.
ऐसे में यूक्रेन ने एक बार फिर युद्धभूमि से लोगों को बाहर निकालने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने की बात की है. साथ ही ये भी कहा है कि ये तभी संभव है जब रूस सीजफायर के लिए राजी हो. यूक्रेन का कहना है कि सीजफायर के बगैर लोगों को यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकालना मुमकिन नहीं होगा.