दिन में सोने के बाद हमलोग तरोताजा महसूस करते हैं, लेकिन ऐसा करना नुकसानदेह भी साबित हो सकता है. नीद से जुड़ी अहम बातों को जानना बेहद जरूरी है.
नई दिल्ली: अक्सर जब हम काम से थक जाते हैं तब हम दोपहर के वक्त थोड़ा आराम करना पसंद करते हैं, क्योंकि इससे ताजगी आती है. दिन की नींद हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें आपको जानना बेहद जरूरी है.
दिन सोने का सेहत पर असर
दिन की नींद से आपको थकान और सुस्ती से राहत दिलाती है, लेकिन कुछ लोगों को ये आदत परेशान कर सकती है. इससे रात की नेचुरल स्लीप साइकल पर असर पड़ सकता है और ऐसे में रात को अच्छी नींद नहीं आएगी.
आसली न बना दे दिन की झपकी
कुछ लोगों के लिए दोपहर की नींद खुद को रिफ्रेश करने का आसान जरिया है, लेकिन कई रिसर्च में ये साबित हुआ कि इससे याददाश्त बेहतर होती लेकिन सतर्कता को नुकसान पहुंच सकता है. दोपहर में एक घंटे से ज्यादा नींद लेने से आपका शरीर आलसी बन सकता है.
कहा कहता है आयुर्वेद?
आयुर्वेद की मानें तो दिन के समय झपकी लेना अच्छा नहीं माना जाता. ऐसा करने से कफ और पित्त दोष के बीच असंतुलन हो सकता है, हालांकि जो लोग सेहतमंद होते हैं, वो दिन में झपकी ले सकते हैं, लेकिन गर्मियों के मौसम में.
इन लोगों को दिन में नहीं सोना चाहिए
डायबिटीज और मोटापा से परेशान लोगों को दिन में नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इससे वजन बढ़ना, बुखार आना, याददाश्त कम होना और इम्यूनिटी कमजोर होने की परेशानी पैदा हो सकती है.
दिन में कितनी देर सोना चाहिए?
कई स्टडीज में इस बात का खुलासा हुआ है कि दोपहर में करीब 15 से बीस मिनट की नींद लेना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इस रुटीन को फॉलो करने के लिए अलार्म सेट कर लें और सोते वक्त खुद को स्ट्रेस फ्री रखें.