नवांशहर के डिपो को हाल ही में 8 नई बसें मिली हैं। 10 नई बसें अप्रैल में डिपो में आएंगी। 8 नई बसों के आने से बसों की संख्या तो 95 पर पहुंच गई है पर स्टाफ न होने के कारण कई रूट बंद पड़े हैं।
सुशील पांडे, नवांशहर। पंजाब सरकार ने चुनाव से काफी पहले वोट बैंक की खातिर महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा दे दी। हालांकि इस बात पर विचार नहीं किया गया कि न तो उनके पास उपयुक्त संख्या में बसें हैं व न ही स्टाफ। अब इसका खमियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है और जिला प्रशासन व रोडवेज विभाग खामोश बैठे हुए हैं। दोनों के पास लोगों को बसों की सुविधा देने के लिए संसाधन ही नहीं हैं। सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को साइंस सिटी लेकर जाने के लिए कई सरकारी बसों को लगाया गया है। इस कारण पंजाब रोडवेज के कई सरकारी रूट बंद हो चुके हैं।
किसी भी सरकारी काम के लिए सरकारी बसों का ही इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की रैली में हिस्सा लेने के लिए भी एक-एक डिपो से 40-40 बसों को रैलियों में भेजा गया। उसी समय ट्रांसपोर्ट मंत्री राजा वड़िंग ने कई निजी बसों को बंद कर दिया। तब से लेकर अब तक हालात नहीं बदले हैं। लोगों को न तो बड़ी संख्या में निजी बसें ही मिल रही हैं व न ही सरकारी बसों की संख्या को ही बढ़ाया गया है।
ड्राइवर व कंडक्टरों की नही हो सकी भर्ती
प्रदेश में ड्राइवरों व कंडक्टरों के लिए दिसंबर में भर्तियां निकाली गई थी। यह भर्तियां चुनाव आचार संहिता लगने से कुछ समय पहले ही निकाली गई थी जबकि इसको एक साल पहले भी निकाला जाता सकता था। प्रदेश सरकार की ओर से आउटसोर्सिंग पर ड्राइवर व कंडक्टर रखने थे। ड्राइवर व कंडक्टरों की भर्ती भी हो गई। पंजाब रोडवेज के कार्यालयों में भर्ती किए गए युवाओं की सूचियां भी भेज दी गई। ज्वाइनिंग से ठीक पहले आचार संहिता लगने के बाद इस पर रोक लग गई।
हाल ही में मिली है 8 नई बसें
पंजाब रोडवेज नवांशहर के डिपो को हाल ही में 8 नई बसें मिली हैं। 10 नई बसें अप्रैल में डिपो में आएंगी। 8 नई बसों के आने से बसों की संख्या तो 95 पर पहुंच गई है पर स्टाफ न होने के कारण कई रूट बंद पड़े हैं। पेयर के हिसाब से 40 ड्राइवर व 40 कंडक्टरों की रोडवेज को जरूरत है। जिसके बाद रोडवेज नवांशहर के सभी रूट चल पाएंगे। इस बारे में पंजाब रोडवेज नवांशहर के जनरल मैनेजर जसवीर सिंह का कहना है कि सभी बसों को मेन स्टापेज पर रूकना जरूरी है। अगर कोई बस नही रोकता है तो उसके खिलाफ कारवाई की जाएगी।