उत्तराखंड में कोरोना से जिन व्यक्तियों की मौत हुई थी उनके परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के मुताबिक मुख्य चिकित्साधिकारी से प्राप्त सूची में 790 मृतकों के स्वजन से ही संपर्क हो पाया है।
सुमन सेमवाल, देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना से जिन व्यक्तियों की मौत हुई थी उनके परिजनों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस क्रम में देहरादून के जिलाधिकारी को 861 मृतकों की सूची प्राप्त हो गई है। जिन्हें मुआवजा दिया जाना है।
मृतकों के स्वजन को उच्चतम न्यायालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के क्रम में 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाना है। इसको लेकर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कोरोना से हुई मौत की सूची तलब की थी।
ताकि सूची को शासन को भेजा जा सके। मुख्य चिकित्साधिकारी ने जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार को 861 मृतकों की सूची उपलब्ध कराई है। हालांकि, इसमें अड़चन यह है कि 71 मृतकों के स्वजन की स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है। लिहाजा, इनसे संपर्क नहीं हो पा रहा।
जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के मुताबिक मुख्य चिकित्साधिकारी से प्राप्त सूची में 790 मृतकों के स्वजन से ही संपर्क हो पाया है। सभी मृतकों के स्वजन को मुआवजा तभी मिल पाएगा, जब उनकी स्पष्ट जानकारी प्राप्त होगी। उन्होंने मृतकों के स्वजन से अपील की है कि वह अपनी स्पष्ट जानकारी कलेक्ट्रेट स्थित जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय या अपने तहसील कार्यालय को जल्द से जल्द उपलब्ध करा दें।
सूची में त्रुटि पर सीएमओ की जिम्मेदारी
मृतकों की सूची तलब करते समय जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया था कि मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) इस आशय का शपथ पत्र भी देंगे कि संकलित सूचनाओं से इतर किसी भी व्यक्ति की मृत्यु कोरोना से नहीं पाई गई। साथ ही चेतावनी भी जारी की गई थी कि आदेश का पालन न करने वाले अधिकारियों व प्रतिष्ठानों पर महामारी अधिनियम व आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। क्योंकि सूचना देने में सभी सरकारी/निजी चिकित्सालयों को भी सहयोग करना था।
49 मृतकों के स्वजन दून के
जिन 71 मृतकों के स्वजन की जानकारी नहीं मिल पा रही, उनमें से 49 देहरादून क्षेत्र के ही हैं। शेष मृतकों के स्वजन ऋषिकेश, डोईवाला, विकासनगर व कालसी क्षेत्र के पाए गए हैं।