रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का असर केवल खाद्य पदार्थों पर ही नहीं बल्कि अब घर बनाने के सामानों पर भी पड़ने लगा है. जनता पर महंगाई की मार दिख रही है. यहां जानें मध्य प्रदेश में कितना है असर?
रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध का असर अब बाजारों पर पड़ने लगा है. इस संकट की वजह से स्टील और लोहे की कीमतों में तेजी से उछाल आया है. पिछले 14 दिनों में 15 से 20 प्रतिशत तक लोहे के भाव में बढ़ोतरी हुई है. इस युद्ध से पहले 60 रुपये प्रति किलो बिकने वाला लोकल सरिया अब 70 रुपये किलो बिक रहा है.
व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों के अनुसार निर्माण क्षेत्र में बढ़ती महंगाई के बीच घर बनाने का सपना देख रहे लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में खाद्य पदार्थों के बढ़ते दाम के रूप में देखने को मिल रहा है. युद्ध के कारण विदेश से आने वाले पॉम आयल के दाम में जहां वृद्धि हो गई है. वहीं अन्य खाद्यान्न तेल के दाम भी 30 फीसदी बढ़ गए हैं. वहीं घर बनाने वाले लोगों की चिंता भी बढ़ गई है.
सरिया से लेकर लोहे की तमाम वस्तुएं महंगी होने लगी हैं. इसके अलावा ईंट के दाम भी अचानक बढ़ गए हैं. कुंदन सिंह का कहना है कि निर्माण सामग्री में अचानक वृद्धि हो गई है और लोगों के जनजीवन पर बुरा प्रभाव पड़ने लगा है. ईंट के भाव 7.5 रुपये तक पहुंच गया है जबकि सीमेंट की बोरी 400 रुपये में मिलने लगी है. वहीं लोहा की कीमतों में भी इजाफा हुआ है.
बिल्डर राहुल शिवहरे का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने आम जनता की कमर तोड़नी शुरू कर दी है. हर घर के निर्माण की कीमत 30 फीसदी के आसपास बढ़ चुकी है. ज्यादा असर लोहे के दाम का हुआ है. स्टील व लोहे की कीमत बढ़ने से सरिया के साथ-साथ पाइप फिटिंग, सेनेटरी फिटिंग की कीमत बढ़ती जा रही है.
मांग को लेकर कारोबारियों का कहना है कि युद्ध की वजह से कच्चे माल पर इसका कोई असर नहीं पड़ा हैं लेकिन अफवाहों की वजह से कच्चे की माल की कीमतों में उछाल आ रहा है, जिस वजह से लोहे के दाम में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं कपड़ा और सोने में भी उछाल आ गया है.