सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर अमेरिका ने दावा किया है कि यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) के सिटी सेंटर से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है और अब रूस की सेना का काफिला अलग-अलग दिशाओं से कीव की तरफ बढ़ रहा है.
- 24 घंटे में कीव के 3 मील करीब पहुंची रूसी सेना
- रूसी सेना कीव सिटी सेंटर से सिर्फ 15 किमी दूर है
- रूसी सेना कीव को 2 तरफ से घेरने की तैयारी कर रही है
कीव: रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग (Russia-Ukraine War) 16वें दिन भी जारी है और रूस के लगातार हमले के बाद यूक्रेन में हालात खराब होते जा रहे हैं. इस बीच अमेरिका (America) ने बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि रूसी सेना अब कीव सिटी सेंटर (Russian Troop near Kyiv City Center) से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है और कीव को 2 तरफ से घेरने की तैयारी कर रही है.
24 घंटे में 3 मील करीब पहुंची रूसी सेना
अमेरिकी सेना ने दावा किया है कि रूस की सेना पिछले 24 घंटे में यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) के 3 मील और करीब पहुंच गई है. अमेरिका का दावा है कि रूस की सेना अब कीव के सिटी सेंटर से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है. सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर अमेरिका ने दावा किया है कि अब रूस की सेना का काफिला अलग-अलग दिशाओं से कीव की तरफ बढ़ रहा है.
युद्ध में केमिकल अटैक की प्लानिंग
रूस की ओर से यूक्रेन के कई शहरों में तबाही जारी है. इस बीच ने अमेरिका ने कहा है कि इस युद्ध में केमिकल अटैक की प्लानिंग (Planning for Chemical Attack) हो रही है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने भी कहा है कि रूस केमिकल अटैक में सक्षम है. हालांकि रूस ने कहा है कि उन्होंने कभी युद्ध नहीं चाहा है.
यूक्रेन ने रूस के दावों को किया खारिज
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने रूस के आरोपों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि यूक्रेन रासायनिक हमलों की योजना बना रहा है. जेलेंस्की के हवाले से कहा गया है कि यूक्रेन ने कोई जैव-रासायनिक हथियार विकसित नहीं किए हैं. राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि अगर रूस हमारे खिलाफ कुछ ऐसा ही करता है तो उसे सबसे गंभीर प्रतिबंधों का जवाब मिलेगा.
रूस ने यूक्रेन-अमेरिका पर लगाए थे ये आरोप
इससे पहले रूस ने आरोप लगाया था कि अमेरिका और यूक्रेन मिलकर यूक्रेन में केमिकल और बायो वेपन बना रहे हैं और अब अमेरिका ने ये माना है कि यूक्रेन में बायो लैब चल रहे हैं. साथ ही अमेरिका ने ये आशंका भी जताई कि अगर उस बायो लैब की रिसर्च रूस के हाथों लग गई तो परेशानी हो सकती है. अमेरिका के कबूलनामे के बाद रूस के साथ चीन ने भी अमेरिका पर हमला बोला है.