पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिये गए हैं जिसमें कांग्रेस को करारी हार मिली है. पंजाब में मिली हार के बाद सीएम चन्नी ने बैठक, बुलाई है जिसके बाद आज चन्नी की पूरी कैबिनेट एक साथ इस्तीफा दे सकती है
Punjab Election Results 2022: विधानसभा चुनाव के चुनाव परिणाम में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने पंजाब में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और बड़ी जीत हासिल की है. जीत का दावा करने वाली कांग्रेस को इस चुनाव में करारी हार मिली है और हार के बाद कांग्रेस के हौसले पस्त हो चुके हैं. आज पंजाबा के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है. संभावना जताई जा रही है कि इस बैठक में चन्नी की पूरी कैबिनेट एक साथ इस्तीफा दे सकती है. कहा जा रहा है कि इस चुनाव रिजल्ट का असर 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा, क्योंकि विपक्षी खेमे में राष्ट्रीय स्तर पर आम आदमी पार्टी ने अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई है.
चन्नी और सिद्धू भी नहीं बजा पाए अपनी सीट
कांग्रेस को ना केवल पंजाब में ही बुरी हार का सामना करना पड़ा, बल्कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. राहुल और प्रियंका गांधी के जोरदार चुनाव प्रचार अभियान के बावजूद पार्टी उत्तर प्रदेश में केवल दो सीटें हासिल कर सकी. अब कांग्रेस की तरह आम आदमी पार्टी भी दो राज्यों में सत्ता में होगी. कांग्रेस की हार से 2024 के लोकसभा चुनावों के पहले भाजपा के खिलाफ व्यापक गठबंधन तैयार करने की पार्टी की नेतृत्व क्षमता पर भी असर पड़ सकता है
दो राज्यों में सिमटी कांग्रेस, दो राज्यों में आप
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हर राज्य में करारी शिकस्त मिली है और अब कांग्रेस का शासन केवल राजस्थान और छत्तीसगढ़ तक सिमट गया है. हालांकि उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने काफी मेहनत की थी और लड़की हूं लड़ सकती हूं के साथ चुनाव मैदान में थीं, लेकिन प्रियंका को इसका खास फायदा नहीं मिल सका है.
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप को दिल्ली के बाहर अप्रत्याशित जनादेश और गोवा में दो सीटों से विपक्षी खेमे में पार्टी की मजबूत स्थिति बनने की संभावना है. केजरीवाल ने पंजाब में पार्टी के प्रदर्शन को ‘‘क्रांति’’ बताया. अगले लोकसभा चुनाव के पहले फरवरी और मार्च में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम लोगों के मिजाज को भांपने का भी मौका था। चुनावी मुकाबले में सभी राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा.