Withdrawal Of Special Permission For Going Pakistan: अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान जाने के लिए पहले वीजा के अलावा भारत सरकार की स्पेशल परमिशन की जरूरत होती थी लेकिन अब ये नियम बदल दिया गया है.
- पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों को राहत
- भारत सरकार ने लिया बड़ा फैसला
- सिर्फ वीजा के साथ अटारी के जरिए जा सकेंगे PAK
नई दिल्ली: भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच रिश्तों में जमी बर्फ पिघली है. जो लोग अटारी-वाघा बॉर्डर (Attari-Wagah Border) के जरिए पाकिस्तान जाना चाहते हैं वो अब सिर्फ वीजा के साथ ही पाकिस्तान की यात्रा कर सकते हैं. अब अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान जाने के लिए भारत सरकार से स्पेशल परमिशन (Special Permission) लेने की जरूरत नहीं होगी.
पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों को राहत
जान लें कि इससे पहले अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान जाने के लिए वीजा के साथ-साथ भारत सरकार की स्पेशल परमिशन की जरूरत भी होती थी. इस फैसले से भारत सरकार ने पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों को राहत दी है.
हाल ही में भारत ने गलती से दाग थी मिसाइल
बता दें कि बीते 9 मार्च को एक हथियार रहित भारतीय सुपरसोनिक मिसाइल पाकिस्तानी सीमा में चली गई थी. इस मिसाइल के लाहौर से 275 किलोमीटर दूर मियां चन्नू के पास एक कोल्ड स्टोर पर गिरने से पहले कई एयरलाइनों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया था. हालांकि इस मिसाइल के गिरने से पाकिस्तान में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है.
इमरान खान ने दिया ये जवाब
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान अपने पंजाब प्रांत में भारतीय मिसाइल के गिरने पर भारत को जवाब दे सकता था, लेकिन इसने संयम दिखाया. विपक्ष की ओर से संयुक्त रूप से अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान दोपहर को पंजाब के हफीजाबाद में रविवार को एक रैली को संबोधित कर रहे थे. इमरान ने देश की रक्षा तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा, ‘हमें अपनी सेना और देश को मजबूत बनाना है.’
इससे पहले, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने शनिवार को कहा था कि वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में दुर्घटनावश एक मिसाइल दागने के भारत के स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है और उसने संयुक्त जांच की मांग की थी.
हालांकि भारत ने दावा किया कि नियमित रखरखाव अभियान के दौरान तकनीकी खराबी के कारण मिसाइल का प्रक्षेपण गलती से हो गया. भारत ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है.