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12वीं के नंबर नहीं, एंट्रेंस से होंगे 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में एडमिशन, UGC चेयरमैन ने समझाई CUET पैटर्न की ABCD

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चेयरमैन ने कहा कि छात्रों के इस नए पैटर्न की परीक्षा में छात्रों को मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन का जवाब देना पड़ेगा और यह टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड होगा.

सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए इस साल से एक बड़ा बदलाव आने वाला है. अब 12वीं के नंबर के आधार पर नहीं बल्कि प्रवेश परिक्षा के आधार पर सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में दाखिला मिलेगा. ये परीक्षा कैसी होगी, सिलेबस क्या होगा, प्रश्न किस तरीके के पूछे जाएंगे, सभी सवालों के जवाब जानने के लिए ABP ने  UGC के चेयरमैन डॉक्टर जगदीश कुमार से खास बातचीत की. 

डॉक्टर जगदीश कुमार ने कहा कि अब तक हमारे देश के अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को बहुत हाई स्कोर लाना पड़ता था इसके अलावा अलग अलग यूनिटी में प्रवेश परीक्षा भी देना पड़ता था. तो हमने फैसला किया कि साल 2023 से किसी भी यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन प्रवेश पाने के लिए एक ही प्रवेश परीक्षा रखी जाएगी. 

टेस्ट में बच्चों से क्या पूछा जाएगा

उन्होंने कहा कि आने वाले 1 अप्रैल को  NTA 12वीं पास छात्रों के अलग-अलग सब्जेक्ट के लिए एक सिलेबस रिलीज करेगा. UGC के चेयरमैन डॉक्टर जगदीश कुमार ने कहा कि CUET पैटर्न में एक अनिवार्य रूप से लैंग्वेज पेपर होगा. और 6 अलग-अलग सब्जेक्ट पर छात्र परीक्षा दे पाएंगे. इसके अलावा छात्र फॉरेन लैंग्वेज में भी परीक्षा दे सकते हैं. 

क्या है  CUET पैटर्न 

चेयरमैन ने कहा कि छात्रों के इस नए पैटर्न की परीक्षा में छात्रों को मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन का जवाब देना पड़ेगा और यह टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड होगा. जिसका मतलब है कि छात्र कॉपी पर अपने सवाल का हल कर कंप्यूटर में टिक मार्क करेंगे. 

इस तरीके से परीक्षा देने पर हर क्षेत्र के बच्चों को बराबर का अवसर मिले ये UGC कैसे सुनिश्चित कर सकता है. इस सवाल के जवाब में चेयरमैन डॉक्टर जगदीश कुमार ने कहा कि प्रवेश परीक्षा के दौरान हम ध्यान रखेंगे कि बच्चें अपनी मात्र भाषा में भी परीक्षा दे पाएं. ऐसा करने से उन्हें सवाल समझने में आसानी होगी और हर किसी को प्रवेश परीक्षा देने का समान अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि CUET 13 भाषाओं में कंडक्ट किया जाएगा. जिसमें एक अंग्रजी और 12 मात्र भाषाएं होंगी.

उनसे पूछा गया कि देश में अब भी ऐसे कई राज्य हैं जहां बच्चों को कंप्यूटर चला पाने का अवसर नहीं मिला है. ऐसे में उसे अचानक टेस्ट के लिए बैठा दिया जाना बच्चे के लिए चैलेंजिंग हो सकता है. इस मामले को लेकर UGC ने क्या सोचा है. जवाब में उन्होंने कहा कि CUET परीक्षा में पार्टिसिपेट करने के लिए किसी बच्चे को कंप्यूटर ऑपरेट करना आए ये जरूरी नहीं है. बच्चों को बस टिक मार्क करना है जो काफी आसान है. हालांकि नेगेटिव मार्किंग भी होगी.

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