All for Joomla All for Webmasters
बिज़नेस

महाशय की MDH नहीं बेच रही अपना कारोबार, यह भी पढ़ें:से किसी भी डील का किया खंडन

एक मीडिया रिपोर्ट में महाशयां दी हट्टी प्राइवेट लिमिटेड (MDH) को HUL को बेचे जाने का दावा किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि यह डील 10 से 15 हजार करोड़ रुपये की हो सकती है।

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। महाशय धर्मपाल सिंह गुलाटी की कंपनी MDH लिमिटेड ने एफएमसीजी सेक्‍टर (FMCG Major) की कंपनी Hindustan Uni lever को अपने कारोबार की बिक्री की खबरों का खंडन किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में चल रहा है कि एमडीएच प्रमोटर अपने कारोबार को एचयूएल को बेचने के लिए बातचीत कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: एयरटेल पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों के लिए ‘खुशखबरी’, ऑफर कर रही है स्मार्टफोन बीमा

MDH ने Twitter पर ऐसी खबरों को बेसलेस कहा है। उसके मुताबिक ऐसी खबरों में कोई दम नहीं है। निवेशकों को अफवाह पर गौर नहीं करना चाहिए। MDH के चेयरमैन राजीव गुलाटी ने कहा कि एमडीएच प्राइवेट लिमिटेड एक विरासत है, जिसे महाशय चिमी लाल जी और महाशय धर्मपाल जी ने अपने पूरे जीवन में आगे बढ़ाया और हम उस विरासत को पूरे दिल से आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बता दें कि एफएमसीजी कंपनी एचयूएल लोकप्रिय घरेलू ब्रांडों जैसे – लक्स, लाइफबॉय, सर्फ एक्सेल, रिन, व्हील, पॉन्ड्स को बाजार में बेचती है। उसने भी इस खबर पर टिप्‍पणी से इनकार किया है। उसके प्रवक्‍ता ने कहा कि इस अफवाह पर हम कुछ नहीं कहेंगे। 

यह भी पढ़ें: वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस पेंशन योजना में मिलता है ज्यादा ब्याज, जानिए इससे जुड़ी हर जानकारी

मसाला बाजार में उतरीं बड़ी कंपनियां

हाल में FMCG के दूसरे बड़े ब्रांडों-ITC और टाटा कंज्‍यूमर मसाले के कारोबार में अपनी पहुंच बढ़ा रहे हैं। इस बिजनेस में मार्जिन काफी अच्‍छा है। 2020 में ITC ने सनराइज फूड्स का अधिग्रहण किया था, जो पूर्वी भारत में मसाला बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी है। यह सौदा 2,150 करोड़ रुपये में हुआ था।

दिसंबर 2020 में हुआ धर्मपाल जी का निधन

धर्मपाल गुलाटी का दिसंबर 2020 में निधन हो गया। वह बंटवारे के बाद पाकिस्तान के सियालकोट से पारिवारिक कारोबार को भारत लाए थे। उन्‍होंने इस बिजनेस को एक हजार करोड़ से ज्‍यादा के अंपायर में बदल दिया था। उनके बाद कारोबार पर अगली पीढ़ी का नियंत्रण हो गया। एमडीएच के पास 60 से अधिक उत्पादों की श्रृंखला है। इसके मसाले कई देशों को निर्यात भी किए जाते हैं।

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top