तेलंगाना में आज एक ऐसे मंदिर का लोकार्पण होने जा रहा है, जिसके पुनर्निर्माण में 18 सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. इस भव्य और विशाल मंदिर की सजावट में कई किलो सोने का इस्तेमाल हुआ है.
- आज होगा श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर का लोकार्पण
- पुनर्निर्माण के बाद अब श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा
- पुनर्निर्माण में खर्च हुए हैं 18 सौ करोड़ रुपये
नई दिल्ली: आज यानी कि 28 मार्च 2022 को देश में एक ऐतिहासिक मंदिर का लोकार्पण हो रहा है. पुनर्निर्माण के बाद इस मंदिर को फिर से खोला जा रहा है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस मंदिर के पुनर्निर्माण में 18 सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह मंदिर है तेंलगाना का श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर. इस मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोलने से पहले बड़े स्तर पर धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ आदि किए जा रहे हैं. इन अनुष्ठानों में सीएम के चंद्रशेखर राव भी सम्मिलित हो सकते हैं. इस मंदिर को खोलने का मुहूर्त भी केसीआर के आध्यात्मिक गुरु चिन्ना जीयर स्वामी ने ही निकाला है.
100 एकड़ की यज्ञ वाटिका
मंदिर को फिर से खोलने से पहले ‘महा सुदर्शन यज्ञ’ भी किया जा रहा है, जिसके लिए सौ एकड़ की यज्ञ वाटिका बनाई गई है और इसमें 1048 यज्ञ कुंडल हैं. इस अनुष्ठानों हजारों पंडित अपने सहायकों के साथ हिस्सा लेंगे. यदाद्री का यह श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर हैदराबाद से करीब 80 किमी दूर है. इस मंदिर का परिसर 14.5 एकड़ में फैला हुआ है और इसका पुनर्निर्माण साल 2016 में शुरू हुआ था. जबकि इस मंदिर टाउनशिप परियोजना 2500 एकड़ में फैली हुई है.
विशेष द्वार पर जड़ा है 125 किलो सोना
इस विशाल और भव्य मंदिर की एक यह भी खासियत है कि इसके पुनर्निर्माण कार्य में सीमेंट का उपयोग नहीं किया गया है. बल्कि मंदिर के पुनर्निर्माण में 2.5 लाख टन ग्रेनाइट का इस्तेमाल किया गया है, जिसे विशेष रूप से प्रकाशम, आंध्र प्रदेश से लाया गया है. इसके अलावा मंदिर के प्रवेश द्वार पीतल से बनाए गए हैं. इनमें सोना जड़ा गया है.
मंदिर के गोपुरम यानी कि विशेष द्वार पर ही 125 किलोग्राम सोना जड़ा गया है. इसके लिए सीएम केसीआर समेत कई मंत्रियों ने सोना दान में दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें से करीब सवा किलो सोना केसीआर के परिवार की ओर से दान किया गया है. बता दें कि इस मंदिर का डिजाइन प्रसिद्ध फिल्म सेट डिजाइनर आनंद साई ने तैयार किया है.