केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश के अलग-अलग राज्य की धोखाधड़ी के मामले सामने आए है जिसमें महाराष्ट्र बैंक घोटाले के मामले में नंबर वन पर रहा है.
देश में पिछले कुछ सालों में बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है. सरकार के कई प्रयासों के बाद भी देश में कुछ लोग आम लोगों की गाढ़ी कमाई के पैसे हड़प रहे हैं. घोटाला करने वाले लोग बैंकों को चूना लगाकर हजारों करोड़ रुपये चट कर जाते हैं. हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने एक जानकारी साझा करते हुए बताया बैंक धोखाधड़ी और फ्रॉड के कारण पिछले कई सालों में सरकार को लाखों करोड़ रुपये का चूना लगा है.
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केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश के अलग-अलग राज्य की धोखाधड़ी के मामले सामने आए है जिसमें महाराष्ट्र बैंक घोटाले के मामले में नंबर वन पर रहा है. वहीं दूसरे नंबर पर देश की राजधानी दिल्ली है. बैंक के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 7 सालों में हर दिन बैंकिंग फ्रॉड से कुल 100 करोड़ रुपये का नुकसान सरकार को हुआ है. लेकिन, राहत वाली बात यह रही है की लगातार ऐसे में मामलों में कमी देखी जा रही है. बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में देश की आर्थिक राजधानी वाला राज्य मुंबई और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा ऐसे मामले सामने आए हैं.
इन पांच राज्यों में आए 83 प्रतिशत घोटाले
आपको बता दें कि महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तेलंगाना और तमिलनाडु वह राज्य है जिसमें देश में हुए कुल बैंक घोटालों में 83 प्रतिशत बैंक घोटाले सामने आए हैं. इस सभी राज्यों में पिछले 7 सालों में सबसे ज्यादा की बैंक धोखाधड़ी हुई है. यह देश में हुए कुल घोटालों का करीब 83 प्रतिशत है.
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2.5 लाख मामले आए सामने
केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक यह सभी धोखाधड़ी के मामले 1 अप्रैल 2015 से दिसंबर 2021 के हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में कुल 2.5 लाख धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं. वित्त वर्ष 2015 से 2016 तक 67,760 करोड़ मामले, वित्त वर्ष 2016-2017 में 59,966.4 करोड़, 2019-2020 में 27,698.4 करोड़ और 2020-2021 में 10,699.9 करोड़. वहीं चालू वित्त वर्ष 2021-2022 में 647.9 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है.