कांग्रेस के ‘जी 23’ नेताओं ने अगस्त 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में बड़े स्तर पर परिवर्तन की मांग की थी.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद G23 नेताओं की पार्टी में सक्रियता बढ़ गई है. जी23 नेता लगातार पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं. अब कांग्रेस नेता कमलनाथ ने दावा किया है कि जी23 नेताओं की सभी मांग मान ली गई है और तीन महीनों के भीतर पार्टी में बड़ा बदलाव होगा.
कांग्रेस पार्टी में चल रहे असंतोष पर कमलनाथ ने कहा कि जी23 की सारी बातें मान ली हैं. वो सारे लोग हमारी पार्टी के हैं और हमारे मित्र है. अब अगले तीन महीने में आप बड़ा बदलाव देखेंगे.
महंगाई पर प्रदर्शन के बाद पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश के चुनाव नहीं हुए थे तब तक डीजल पेट्रोल और गैस के दाम स्थिर रहे. चुनाव के तुरंत बाद कीमतें बढ़ा दी गई. जब उनसे पूछा कि कांग्रेस चुनावी मोड़ में कब आएगी तो उनका जवाब था कि चुनावी मोड में आना भारतीय जनता पार्टी का काम है. कांग्रेस पार्टी हमेशा अपने कार्यकर्ताओं से और जनता से जुड़ी रहती है. सिंधिया को बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा बनाए जाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में गुना ने दिखा दिया था की चुनौती कितनी मजबूत है.
नेतृत्व बदलने की मांग पर G23 के सुर नरम
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल नेताओं ने अगस्त 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में बड़े स्तर पर परिवर्तन की मांग की थी. चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद CWC की बैठक बुलाई गई थी, इस बैठक में जी23 खेमा संतुष्ट नजर नहीं आया. इसी महीने जी23 में शामिल गुलाम नबी आजाद से सोनिया गांधी ने मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद ऐसा लगने लगा जैसे सारे विवाद फिक्स कर लिए गए. वहीं जी23 में शामिल कपिल सिब्बल भी सीधे सीधे राहुल गांधी पर सवाल खड़े कर चुके हैं.