Russia Ukraine Crisis: बेशक तुर्की में रूस ने कीव में हमले कम करने की बात कही थी, लेकिन हकीकत में वह उस पर अमल करता नहीं दिख रहा. हाल में कुछ ऐसी खबरें आई हैं, जिसके मुताबिक आम लोग मारे जा रहे हैं.
Russia Ukraine Conflict: बेशक तुर्की में हुई शांति वार्ता में रूस ने कीव और उत्तरी यूक्रेन में हमले कम करने और सैनिकों की संख्या कम करने की बात कही थी, लेकिन हकीकत में वह उस पर अमल करता नहीं दिख रहा है. हाल ही में कीव से कुछ ऐसी खबरें आई हैं, जिससे साफ है कि रूसी सैनिक अपना किया वादा तोड़ रहे हैं और वह खुलेआम आम लोगों की हत्या कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कीव के उत्तर पश्चिम एरिया से 400 से अधिक लोग लापता हैं. यह दावा होस्टोमेल के सैन्य प्रशासन के प्रमुख ने किया है.
कई लोगों का अब भी पता नहीं
स्थानीय रेडियो चैनल से बात करते हुए सैन्य अधिकारी तारास डुमेंको ने कहा कि इस शहर में रूसी सैनिकों के कब्जे के 35 दिन बाद भी 17500 लोगों के शव अभी तक नहीं मिले हैं. कुछ लोगों को रूसी सैनिक गिरफ्तार करके ले गए थे, लेकिन उसके बाद से वे कभी नहीं दिखाई दिए. उन्होंने बताया कि शहर के कई निवासी जिनकी पहचान लापता या मारे गए के रूप में की गई है, वे अभी तक नहीं मिले हैं और कुछ शव बुका में पाए गए, जहां रूसियों पर 300 नागरिकों की हत्या का आरोप है.
कई लोगों के शव मिले
डुमेंको ने कहा कि रूसी सैनिकों ने टाउनशिप प्रमुख, यूरी प्रिलिप्को के साथ-साथ स्थानीय स्वयंसेवकों रुस्लान कारपेंको और इवान ज़ोर्या को भी मार डाला था, जिनके शव मिल गए थे. अब भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल रहा है. पिछले हफ्ते कम से कम 300 लोग मारे गए हैं.
अखबार का दावा, 200 लोग मारे गए
वहीं यूक्रेन की मुख्य अभियोजक, इरिना वेनेडिक्तोवा ने कहा है कि कीव से उत्तर-पश्चिमी स्थित शहर बोरोड्यांका में रूसी सैनिकों पर हमला करने के कारण सबसे अधिक नागरिकों की मौतें हुई हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की 6 अप्रैल को छपी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शहर में 200 लोग लापता हैं और उन्हें मृत मान लिया गया है. इरिना ने भी बताया कि, “हमें लगता है कि 200 से अधिक लोग रूसी सेना के हमले से मारे गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बोले जेलेंस्की
5 अप्रैल को यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने युद्ध अपराधों के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित किया था.