Bank Fraud Case: आरोपी सुभाष शंकर (Subhash Shankar) लंबे समय से सीबीआई के राडार पर था. 2018 में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के समय भारत से भाग गया था. सुभाष, नीरव मोदी का सबसे खास है जिसे काहिरा से भारत लाया गया है.
नई दिल्ली: सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को बैंक धोखाधड़ी (Bank Fraud Case) मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. केंद्रीय एजेंसी ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) के करीबी सहयोगी सुभाष शंकर (Subhash Shankar) को काहिरा (Cairo) से भारत वापस लाने में कामयाबी हासिल की है. सीबीआई उसे देश वापस लाने के लिए लंबे समय से काम कर रही थी. बता दें कि वो बैंक धोखाधड़ी मामले के आरोपियों में से एक है.
नीरव मोदी के करीबी पर शिकंजा
बैंक के साथ हुई धोखाधड़ी और घोटाले के दौरान सुभाष शंकर, नीरव मोदी की कंपनी में बतौर डीजीएम (फाइनेंस) के पद पर तैनात था. 2018 में इंटरपोल ने पीएनबी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था.
क्या है मामला?
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB Bank Fraud) के आरोपी नीरव मोदी के जिस करीबी सुभाष शंकर परब को सीबीआई काहिरा से मुंबई लेकर आई है. उसे विशेष विमान से लाया गया है. इसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी हुआ था. पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले में सुभाष शंकर भी आरोपी है.
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(आरोपी सुभाष शंकर फोटो: इंटरपोल)
सीबीआई ने नीरव मोदी पर सबूतों से छेड़छाड़ करने और गवाहों को प्रभावित करने का आरोप लगाया था. उस पर अपने कुछ कर्मचारियों को जबरन अपहरण कर काहिरा ले जाने का आरोप भी लगा था. आपको बता दें कि सीबीआई पहले ही नीरव मोदी, निशाल मोदी के साथ सुभाष शंकर के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.