LIC IPO: बहुप्रतीक्षित एलआईसी के आईपीओ का इंतजार अब खत्म होने का समय नजदीक आ गया है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस माह के अंत तक एलआईसी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के खुल सकता है.
LIC IPO: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) का इंतजार इस महीने खत्म होने की संभावना है. भारत की सबसे बड़ी प्रारंभिक शेयर बिक्री होने की संभावना जताई जा रही है,जिसे अप्रैल के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है.
एलआईसी आईपीओ तिथि
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) और निवेश बैंकरों और एलआईसी बोर्ड की एक प्रमुख बैठक के बीच परामर्श के बाद देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ के लिए एक ताजा ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) रिपोर्ट दाखिल कर सकती है.
इसके तुरंत बाद एलआईसी के आईपीओ की अंतिम प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईपीओ को अप्रैल के अंत में सब्सक्रिप्शन के लिए खोले जाने की संभावना है और शेयरों की लिस्टिंग 12 मई तक पूरी हो सकती है.
एलआईसी आईपीओ मूल्य, आकार विवरण और छूट
अभी तक, अनुमानित रूप से 63,000 करोड़ रुपये में 5 प्रतिशत हिस्सेदारी या 31.6 करोड़ से अधिक शेयर बेचने की संभावना है.
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मसौदे के अनुसार, LIC का एम्बेडेड मूल्य, जो एक बीमा कंपनी में समेकित शेयरधारकों के मूल्य का एक उपाय है, अंतरराष्ट्रीय बीमांकिक सलाहकार फर्म मिलिमैन द्वारा 30 सितंबर, 2021 तक लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपये आंका गया है.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, डीआरएचपी एलआईसी के बाजार मूल्यांकन का खुलासा नहीं करता है, लेकिन उद्योग मानकों के अनुसार, यह एम्बेडेड मूल्य का लगभग तीन गुना या लगभग 16 लाख करोड़ रुपये होगा.
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एलआईसी पब्लिक इश्यू भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ा आईपीओ होगा. एक बार सूचीबद्ध होने के बाद, एलआईसी का बाजार मूल्यांकन आरआईएल और टीसीएस जैसी शीर्ष कंपनियों के बराबर होगा, पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है.
2021 में पेटीएम के आईपीओ से जुटाई गई राशि अब तक की सबसे बड़ी 18,300 करोड़ रुपये थी, इसके बाद कोल इंडिया (2010) लगभग 15,500 करोड़ रुपये और रिलायंस पावर (2008) 11,700 करोड़ रुपये थी.
राष्ट्रीय बीमा कंपनी के कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों को न्यूनतम मूल्य पर छूट मिलेगी.